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किसानों ने SDM के माध्यम से CM को दिया ज्ञापन, मांगें पूरी नहीं होने पर दी चेतावनी

मंगलवार को अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर गन्ना किसानों ने लक्सर एसडीएम के माध्यम से सीएम पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा.

Laksar news
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Published : Oct 12, 2021, 3:31 PM IST

लक्सर: हरिद्वार जिले के लक्सर में किसानों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी लक्सर के जरिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. वहीं किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा यदि मांगें पूरी नहीं होती तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे.

किसानों ने अपने ज्ञापन में कहा कि गन्ना की नई सट्टा नीति किसानों के हित में नहीं है. गन्ना पर्ची टी कार्ट 20 क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए और मिनी पर्ची 35 क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा फुल ट्रॉली 50 क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए.

पढ़ें- उत्तराखंड कैबिनेट का अहम फैसला, उपनल कर्मियों का मानदेय बढ़ाया

उन्होंने यह भी कहा कि पिराई सत्र शुरू होने से पहले गन्ने का मूल्य घोषित किया जाना चाहिए. फसल पैदा करने की लागत को देखते हुए गन्ने का मूल्य ₹400 प्रति क्विंटल घोषित होना चाहिए. किसानों ने बिजली कटौती को लेकर उप जिलाधिकारी वैभव गुप्ता को अवगत कराते हुए कहा कि लगातार लंबे समय तक बिजली कटौती होने से किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. डीजल तेल महंगा होने के कारण किसान अपने खेतों में पानी नहीं दे पा रहे हैं.

किसान नेता चौधरी कीरत सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो भारतीय किसान यूनियन क्षेत्र के किसानों के साथ मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.

लक्सर: हरिद्वार जिले के लक्सर में किसानों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी लक्सर के जरिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. वहीं किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा यदि मांगें पूरी नहीं होती तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे.

किसानों ने अपने ज्ञापन में कहा कि गन्ना की नई सट्टा नीति किसानों के हित में नहीं है. गन्ना पर्ची टी कार्ट 20 क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए और मिनी पर्ची 35 क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा फुल ट्रॉली 50 क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए.

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उन्होंने यह भी कहा कि पिराई सत्र शुरू होने से पहले गन्ने का मूल्य घोषित किया जाना चाहिए. फसल पैदा करने की लागत को देखते हुए गन्ने का मूल्य ₹400 प्रति क्विंटल घोषित होना चाहिए. किसानों ने बिजली कटौती को लेकर उप जिलाधिकारी वैभव गुप्ता को अवगत कराते हुए कहा कि लगातार लंबे समय तक बिजली कटौती होने से किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. डीजल तेल महंगा होने के कारण किसान अपने खेतों में पानी नहीं दे पा रहे हैं.

किसान नेता चौधरी कीरत सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो भारतीय किसान यूनियन क्षेत्र के किसानों के साथ मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.

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