रुड़की: कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार और किसान यूनियनों में जारी गतिरोध के बीच भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने आज रुड़की के भगवानपुर हाइवे स्थित टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन करते हुए राजमार्ग पर जाम लगा दिया. प्रदर्शनकारी किसानों ने टोल प्लाजा को फ्री करने और कोरोना काल में लागू किए गए 3 किसान अध्यादेशों को वापस लेने की मांग के साथ एक ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम मंगलौंर सीओ को सौंपा. इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा.
देशभर में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर आज भारतीय किसान यूनिय (टिकैत) के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भगवापुर हाईवे स्थित टोल प्लाजा का घेराव करते हुए राजमार्ग को जाम कर दिया. इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. भाकियू (टिकैत) के जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने बताया कि 9 दिसंबर के सरकार के प्रस्तावों को ठुकराने के बाद किसानों ने अपना आंदोलन तेज करने की घोषणा की थी.
इसी कड़ी में आज भगवानपुर हाईवे स्थित टोल का घेराव किया गया और एक ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम मंगलौंर सीओ को सौंपा गया. विजय शास्त्री ने बताया कि सरकार ने कोरोना काल के दौरान जो किसान विरोधी बिल पास किए थे, उनके विरोध में पिछले करीब 15 दिनों से देशभर में किसान आंदोलनरत हैं. किसान विरोधी बिलों को वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं. आज टोल फ्री के लिए प्रदर्शन किया गया है.
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उन्होंने ऐलान किया कि आगामी 14 दिसम्बर को जिलाधिकारी कार्यालयों का घेराव किया जाएगा. कहा कि जब तक सरकार इस किसान विरोधी कानून को वापस नहीं लेगी, तक तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिस तरह से सरकार मंत्रियों और विधायकों की तनख्वाह दोगुनी कर रही है और मंहगाई को चरम पर पहुंचा चुकी हैं, उसी तरह किसानों की फसलों के दामों को भी दोगुना किया जाए.
वहीं, मंगलौर सीओ अभय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदर्शनकारी किसानों ने एक ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम सौंपा है, जिसे उचित माध्यमों से पहुंचाया जाएगा. उन्होंने बताया ज्ञापन के बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया.