रुड़की: हरिद्वार जिले में नारसन बॉर्डर पर किसानों ने हाईवे जाम किया. किसान अपनी मांगों को लेकर हरिद्वार एसएसपी से मिलने जा रहे थे. लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर किसानों को रास्ते में ही रोक दिया. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई.
गुरुवार को हरिद्वार जिले के किसान अपने मांगों को लेकर हरिद्वार एसएसपी से मिलने जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने किसानों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया. इसके बाद पुलिस और किसानों की तीखी नोकझोंक भी हुई.
किसानों को रास्ते में रोकने की खबर अन्य किसान संगठनों को लगी तो बड़ी तादाद में किसान नारसन बॉर्डर पर इकठ्ठा हो गए. किसानों ने सड़क पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान नेशनल हाईवे के दोनों तरफ जाम लग गया.
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जानकारी के मुताबिक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के किसान हरिद्वार एसएसपी से मिलने जा रहे थे. किसानों का कहना है कि किसान जब भी अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करता है तो पुलिस आकर उन्हें उठा देती है. इसलिए आज वह जिले के पुलिस कप्तान से ही मिलने जा रहे थे.
किसानों ने बताया कि वर्तमान सरकार में किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है. गन्ने का बकाया अभी तक नहीं मिल पाया है और बिजली विभाग के अधिकारी किसानों का उत्पीड़न कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि पुलिस उन्हें रोककर उनकी मांगों को दबा रही है.
वहीं, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अपूर्वा पांडे ने किसानों को समझाकर बॉर्डर खाली करवाया. किसानों ने अपूर्वा पांडे को गन्ने का भुगतान कराने संबंधी ज्ञापन सौंपा, जिस पर अपूर्वा पांडे ने गन्ना मंत्री ने इस संबंध में बात कर जल्द से जल्द भुगताने कराने का आश्वासन दिया.