हरिद्वार: धुआंधार बल्लेबाज उन्मुक्त चंद इनदिनों हरिद्वार में हैं. उन्मुक्त के हरिद्वार दौरे के दौरान ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की. वहीं, उन्होंने उत्तराखंड के उभरते क्रिकेटर्स को कई सारे टिप्स भी दिए. पिथौरागढ़ से नाता रखने वाले उन्मुक्त की कप्तानी में साल 2012 में भारत अंडर-19 विश्व कप जीता था. उन्मुक्त मुंबई, दिल्ली, राजस्थान जैसी बड़ी टीमों के लिए आईपीएल (IPL) भी खेल चुके हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्मुक्त ने बताया कि उत्तराखंड से उनका गहरा नाता है. वो बचपन से उत्तराखंड आते रहे हैं. उनका मानना है कि उत्तराखंड के बच्चों में कई प्रतिभा छिपी हैं, जिनमें से एक क्रिकेट भी है. उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि कोई भी एक-दो दिन में सचिन या धोनी नहीं बन जाता. इसके लिए प्रैक्टिस, कड़ी मेहनत और फोकस काफी जरूरी है.
क्रिकेटर उन्मुक्त चंद ने उत्तराखंड में क्रिकेट के भविष्य और संभावनाओं पर बात करते हुए कहा कि पिछले दिनों उत्तराखंड ने पहली बार रणजी ट्रॉफी खेली और शानदार प्रदर्शन किया. आने वाले समय में उत्तराखंड और भी ज्यादा अच्छा परफॉर्म कर सकता है. उन्होंने कहा कि खुद की प्रतिभा का लोहा मनवाने के लिए ये काफी अच्छा मौका है. उन्मुक्त ने क्रिकेट में रुचि रखने वाले खिलाड़ियों को कहा कि अपने ड्रीम को लेकर आप कितने संवेदनशील हैं, कितनी ज्यादा मेहनत करते हैं, ये सारी बातें तय करती है कि आप कितने अच्छे क्रिकेटर बन सकते हैं.
उन्मुक्त चंद ने कहा कि आज के समय में ऐसा नहीं है कि माता पिता बच्चों को केवल इंजीनियरिंग या डॉक्टरी करने को कहते हों. आज के समय में खेल को भी उतना ही महत्व दिया जाता है. खेल में भी रोजगार के उतने ही अवसर हैं, जितने बाकी अन्य फील्ड में है. अगर कोई बच्चा खेल में अपना भविष्य बनाना चाहता है तो माता-पिता को भी उसे प्रोत्साहित करना चाहिए.