हरिद्वारः लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. सभी राजनीतिक दल उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में जुटे हैं. प्रदेश में लोकसभा की पांच सीटें हैं. इन सभी सीटों पर कांग्रेस व भाजपा से अनेक नेता दावेदारी कर रहे हैं. दोनों मुख्य पार्टियों में लोकसभा टिकटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है.
हरिद्वार सीट पर भी कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर घमासान मचा हुआ है. एक तरफ जहां कांग्रेसी नेता संजय पालीवाल गुट स्थानीय प्रत्याशी को मैदान में उतारने की जोरदार पैरवी करने में लगा है, तो वहीं पुराने कांग्रेसी हरीश रावत के समर्थन में मैदान में उतर गए हैं.
वहीं पूर्व सांसद हरपाल साथी ने कहा कि अगर हरिद्वार में हरीश रावत को कांग्रेस का उम्मीदवार नहीं बनाया गया तो कांग्रेस को बुरे अंजाम भुगतने होंगे. उन्होंने कहा कि हरीश रावत ही कांग्रेस के पास एक ऐसा चेहरा हैं जो भाजपा को करारी हार दे सकते हैं और जिसे सभी वर्गों का समर्थन मिल सकता है.
हरपाल साथी ने कहा कुछ कांग्रेसी नेता जो अपने स्वार्थ के लिए स्थानीय और बाहरी की बात कर रहे हैं वो कभी भी किसी पार्टी के नहीं हो सकते. पूर्व सासंद ने बड़ी बेबाकी के साथ कहा कि हरिद्वार लोकसभा चुनाव जीतने में हरीश रावत ही समर्थ हैं, कोई दूसरा नहीं.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे से पहले हरिद्वार में कांग्रेस दो गुटों में बंटी हुई है. एक पार्टी का खेमा जहां स्थानीय प्रत्याशी की मांग पर अड़ा है, वहीं कुछ कांग्रेसी हरीश रावत के पक्ष में लामबंद हो गए हैं. अब कांग्रेस हाईकमान के सामने हरिद्वार लोकसभा प्रत्याशी तय करना बड़ी चुनौती हो गया है.