हरिद्वार: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत आज हरिद्वार दौरे पर रहे. सुबह के समय हरिद्वार पहुंचे हरीश रावत ने सबसे पहेल सिडकुल इंडस्ट्रियल एरिया पहुंचकर क्षेत्र की पैदल परिक्रमा की. जिसके बाद उन्होंने क्षेत्र में मौजूद विभिन्न कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों से उनकी समस्यों को लेकर चर्चा की.
आज हरीश रावत ने विभिन्न मांगों को लेकर सिडकुल स्थित गार्डेनिया चौक से पैदल परिक्रमा की शुरुआत की. हरीश रावत की इस पैदल परिक्रमा का उद्देश्य सिडकुल में कर्मचारियों पर हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करना था. पैदल परिक्रमा के दौरान हरीश रावत ने सरकार पर कर्मचारियों के शोषण का आरोप लगाते हुए मौजूदा श्रम कानून को काला कानून बताया.
पढ़ें- आप के प्रदेश अध्यक्ष को आयोग ने भेजा नोटिस, एसएस कलेर ने कहा- हम डरने वाले नहीं है
सिडकुल क्षेत्र में पैदल परिक्रमा करने पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने कहा कि सिडकुल नौजवानों को खुशहाली और रोजगार देने के प्रतीक है. सिडकुल की स्थापना इसी उद्देश्य से की गई थी. मगर, आज के समय में सिडकुल में कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है. छंटनी के नाम पर कर्मचारियों को निकाला जा रहा है. काम का समय बढ़ाया गया है और वेतन में कटौती की जा रही है. रिक्त पदों पर चोर दरवाजे से नियुक्तियां की जा रही हैं.
पढ़ें- प्रवासियों को लेकर पलायन आयोग ने दी रिपोर्ट, 65% नहीं छोड़ना चाहते देवभूमि
उन्होंने कहा मेरा राज्य सरकार से आग्रह है कि उद्योगों के साथ एमओयू साइन किया जाए और रिक्त पदों पर स्थानीय लोगों को नियुक्त किया जाए. सिडकुल में हो रहे शोषण और अन्याय को भी सरकार रोके. सरकार ने श्रम कानून को काला कानून बना दिया है. छोटे उद्योग के कर्मचारियों पर उद्योग बंदी की तलवार लटकी रहती है.