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ग्रामीणों के पास नहीं है स्मार्टफोन, कैसे कराएं वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण - katarpur village

हरिद्वार के गांवों में भी कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. लोग स्मार्टफोन न होने के कारण वैक्सीनेशन प्रक्रिया में पंजीकरण भी नहीं करा पा रहे हैं. गांव के प्रधान ने प्रशासन को गांव की समस्या से अवगत कराते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है.

पंजीकरण में आ रही है ग्रामीणों को समस्या
पंजीकरण में आ रही है ग्रामीणों को समस्या
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Published : May 17, 2021, 2:28 PM IST

हरिद्वार: कोरोना का प्रकोप अब गांवों में भी तेजी से फैल रहा है. इसको लेकर ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. गांव में प्राथमिक इलाज की सुविधाएं तक नहीं उपलब्ध हैं. स्मार्टफोन न होने के कारण वैक्सीनेशन प्रक्रिया में भी ग्रामीण हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं.

ग्रामीणों के सामने वैक्सीनेशन की समस्या

हरिद्वार के कटारपुर गांव की गिनती पिछड़े गांवों में होती है. वहां लोगों के पास स्मार्टफोन तो क्या सामान्य फोन भी नहीं हैं. ऐसे में लोग वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण नहीं करा पा रहे हैं.

गांव के प्रधान ने जताई चिंता
गांव के प्रधान नूतन कुमार का कहना है कि गांव में कोई वैक्सीन सेंटर नहीं है, जहां जाकर ग्रामीण वैक्सीन लगवा सकें. ग्राम प्रधान का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी देनी चाहिए, जो घर-घर जाकर वैक्सीन दे सकें.

पढ़ें: उत्तराखंड : हरिद्वार बेस अस्पताल में कोरोनिल से हो रहा मरीजों का इलाज, सरकार बेखबर
एसडीएम ने दी जानकारी
हरिद्वार एसडीएम गोपाल सिंह रावत का कहना है कि वैक्सीनेशन में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए ऐसा निर्देश संबंधित अधिकारी को दे दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी गांव में एक टीम बनाई जाएगी जो वैक्सीनेशन का कार्य शुरू करेगी. इस कार्य में हम सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लेंगे, जो हरिद्वार के प्रत्येक गांव में वैक्सीनेशन का काम करेंगे.

हरिद्वार: कोरोना का प्रकोप अब गांवों में भी तेजी से फैल रहा है. इसको लेकर ग्रामीण काफी डरे हुए हैं. गांव में प्राथमिक इलाज की सुविधाएं तक नहीं उपलब्ध हैं. स्मार्टफोन न होने के कारण वैक्सीनेशन प्रक्रिया में भी ग्रामीण हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं.

ग्रामीणों के सामने वैक्सीनेशन की समस्या

हरिद्वार के कटारपुर गांव की गिनती पिछड़े गांवों में होती है. वहां लोगों के पास स्मार्टफोन तो क्या सामान्य फोन भी नहीं हैं. ऐसे में लोग वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण नहीं करा पा रहे हैं.

गांव के प्रधान ने जताई चिंता
गांव के प्रधान नूतन कुमार का कहना है कि गांव में कोई वैक्सीन सेंटर नहीं है, जहां जाकर ग्रामीण वैक्सीन लगवा सकें. ग्राम प्रधान का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी देनी चाहिए, जो घर-घर जाकर वैक्सीन दे सकें.

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एसडीएम ने दी जानकारी
हरिद्वार एसडीएम गोपाल सिंह रावत का कहना है कि वैक्सीनेशन में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए ऐसा निर्देश संबंधित अधिकारी को दे दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी गांव में एक टीम बनाई जाएगी जो वैक्सीनेशन का कार्य शुरू करेगी. इस कार्य में हम सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लेंगे, जो हरिद्वार के प्रत्येक गांव में वैक्सीनेशन का काम करेंगे.

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