हरिद्वार: बीते दिनों हुई बारिश से हरिद्वार में घर बाजार, दुकान, मकान सब डूब गये थे. हरिद्वार का दिल कहे जाना वाला रानीपुर मोड भी इस दौरान पूरी तरह से जलमग्न हो गया था. बारिश के कारण हरिद्वार ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में भी बाढ़ के हालात बन गये थे. जिसके कारण ऊर्जा निगम की हरिद्वार डिवीजन को बड़ा नुकसान हुआ है.
बारिश के दौरान विद्युत वितरण खंड हरिद्वार नगरीय कार्यालय के स्टोर और कॉलोनी के आवासीय परिसरों में तीन से चार फुट तक जलभराव हो गया. जिसके बाद ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने रिकॉर्ड रूम की जांच की. रिकॉर्ड रूम में रखे सारे दस्तावेज पानी भरने के कारण खराब हो गये. ये दस्तावेज इतने खराब हो गये हैं कि इन्हें रिकवर करना भी संभव नहीं है.
ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता एसएस उस्मान ने बताया कि बारिश में जलभराव के कारण स्टोर में रखा पांच साल से भी ज्यादा पुराना रिकॉर्ड खराब हो गया है. जलभराव से ऊर्जा कार्मिकों के घरों में पानी भर जाने के कारण कार्मिकों को भी नुकसान हुआ है. जब स्टोर रूम का जायजा लिया गया तब ये जानकारी मिली. उन्होंने बताया स्टोर में रखा रिकॉर्ड पानी में पूरी तरह से गीला हो गया है. इस रिकॉर्ड को रिकवर करना संभव नहीं है. एसएस उस्मान ने बताया फिलहाल अभी यह कहना भी संभव नहीं होगा कि कौन सा डाटा खराब हुआ है, फिलहाल डिजिटल डाटा को देखा जा रहा है. इसी के आधार पर आगे का प्लान बना कर डाटा रिकवर की कोशिश की जाएगी.
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