हरिद्वारः रुड़की के भगवानपुर के गांव बालूपुर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. इस घटना के बाद बालूपुर समेत अन्य गांवों में मातम पसरा हुआ है, यहां बीते दो दिन से गांवों में चूल्हा नहीं जला है. इस घटना के बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त रुख अपनाया है. इसी के तहत शनिवार को डीएम दीपक रावत और एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने जिले के कई गांवों में छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान कई लीटर अवैध शराब बरामद की है.
बता दें कि यूपी और उत्तराखंड से सटे रुड़की के भगवानपुर थाना क्षेत्र के बालूपुर गांव में तेरहवीं के कार्यक्रम में कच्ची शराब पीने से अबतक 66 लोगों की मौतें हो चुकी है. कई लोग गंभीर हैं, जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है. घटना के बाद गांवों में घरों के चूल्हे नहीं जले हैं. कई परिवारों के चिराग बुझ गये. कई परिवारों के एकमात्र सहारा भी छिन गया है.
जिलाधिकारी डीएम दीपक रावत ने बताया कि अलग-अलग अस्पतालों में बीमार लोगों का उपचार चल रहा है. अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. गंभीर को हायर सेंटर एम्स और सिविल अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मृतकों का विसरा सुरक्षित रख कर जांच की जा रही है. जांच के बाद मौत की असली कारणों का पता चल सकेगा. डीएम रावत ने कहा कि जिले में अवैध शराब के बनाने और बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.
वहीं, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी का कहना है कि सुरागों के आधार पर जांच की जा रही है. यूपी पुलिस के साथ मिलकर अभियान शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि मरने वालों की तादाद 20 हो गई है. सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की पुलिस ने जहरीली शराब का धंधा करने वालों का पता चलाने के लिए संयुक्त अभियान शुरू किया है. शराब माफियाओं के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है.
जहरीली शराब से मरने वालों का आकंडा लगातार बढ़ने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. दो दर्जन के करीब मौत के बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी शुरू कर दी है.