रुड़की: आवारा कुत्तों का मामला उस समय तूल पकड़ गया जब निगम की टीम कुत्तों को पकड़ने एक कॉलोनी में पहुंची थी, उसी समय कॉलोनी के दो पक्ष आमने सामने आ गए. एक पक्ष का आरोप है कि बाहर से लोग बुलाकर उनपर हमला कराया गया है, जबकि दूसरे पक्ष का आरोप है कि कुत्तों को बेवजह परेशान किया जा रहा है. सूचना पर सिविल लाइन कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराते हुए दोनों पक्षों को कोतवाली ले आई, जहां फिर दोनों पक्ष भिड़ गए. हालांकि, बाद में दोनों पक्षों को समझा दिया गया.
दरअसल, मामला रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के सोलानीपुरम का है, सोलानीपुरम के लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों से वह आवारा कुत्तों से परेशान हैं. आवारा कुत्ते कॉलोनी के लोगों पर हमला कर रहे हैं, जिसकी शिकायत सीएम पोर्टल पर भी गई थी. शिकायत का संज्ञान लेकर रुड़की निगम की टीम आज कुत्तों को पकड़ने पहुंची थी. लेकिन कॉलोनी की ही एक महिला ने इसका विरोध किया. उनका कहना है कि बाहर से लोगों को बुलाकर उनपर हमला कर दिया.
वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि उनकी संस्था बो-बो रेस्क्यू कुत्तों की देखभाल करती है. उनका इलाज और खाने-पीने की जरूरत पूरी करती है. सोलानीपुरम में कुत्तों को बेवजह परेशान किया जा रहा था, वह उनकी देखभाल के लिए वहां पहुंचे थे, उन्होंने बताया कि लगाया गया मारपीट का आरोप बेबुनियाद है.
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कोतवाली में पहुंचे रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह के समक्ष दोनों पक्षो ने अपनी-अपनी बात रखी. दोनों पक्षों की ओर से कोतवाली पुलिस को तहरीर भी दी गई. करीब एक घंटे बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया. और दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी तहरीर वापस ली.