ETV Bharat / state

प्लास्टिक कैन में गंगाजल भेजने को लेकर मेयर और नगर आयुक्त में विवाद

जब्त किए गए प्लास्टिक कैन में गंगाजल भरकर विभिन्न राज्यों को भेजा गया है. इस मामले में हरिद्वार की मेयर और नगर आयुक्त के बीच विवाद हो गया है.

Haridwar
मेयर और नगर आयुक्त में विवाद
author img

By

Published : Jul 26, 2021, 9:39 PM IST

Updated : Aug 17, 2021, 4:09 PM IST

हरिद्वार: जब्त प्लास्टिक से दूसरे राज्यों को गंगाजल भेजे जाने के बाद मेयर अनीता शर्मा और नगर आयुक्त के बीच बहस हो गई है. मेयर ने जब्त की हुई प्लास्टिक कैन में गंगाजल भेजने पर आपत्ति जताई है. साथ ही निगम के अधिकारियों से इसका जवाब मांगने की बात भी कही है. वहीं, मेयर ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा गंगा घाटों पर प्लास्टिक कैन बेचना और इसका इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है.

दरअसल, नगर निगम की ओर से समय-समय पर प्लास्टिक कैन बेचने वालों पर कार्रवाई कर कैन जब्त की जाती है. इस बार कांवड़ यात्रा रद्द की गई है, जिसकी वजह से हरिद्वार प्रशासन की ओर से दूसरे राज्यों को गंगाजल भेजने की व्यवस्था बनाई है. कई एनजीओ भी गंगाजल भेजने में प्रशासन की मदद कर रहे हैं.

मेयर और नगर आयुक्त में विवाद

बीते दिन बीइंग भगीरथ ने प्लास्टिक की 3 हजार कैनों में गंगाजल भरकर दूसरे राज्यों को भेजा था. गंगाजल के वाहन को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, जिस पर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में 3 अगस्त तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू, जानें सरकार ने क्‍या दी छूट

वहीं, मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि अगर प्लास्टिक कैन में गंगाजल भरकर दूसरे राज्यों में भेजा जा सकता है, तो जो गरीब इसे बेचते हैं, उनसे क्यों जब्त किया जाता है? उन्होंने हरिद्वार के मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने बिना मेरी जानकारी के प्लास्टिक के कैन को एनजीओ को मुफ्त में दिया है, जो सरासर गलत है.

हरिद्वार: जब्त प्लास्टिक से दूसरे राज्यों को गंगाजल भेजे जाने के बाद मेयर अनीता शर्मा और नगर आयुक्त के बीच बहस हो गई है. मेयर ने जब्त की हुई प्लास्टिक कैन में गंगाजल भेजने पर आपत्ति जताई है. साथ ही निगम के अधिकारियों से इसका जवाब मांगने की बात भी कही है. वहीं, मेयर ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा गंगा घाटों पर प्लास्टिक कैन बेचना और इसका इस्तेमाल करना प्रतिबंधित है.

दरअसल, नगर निगम की ओर से समय-समय पर प्लास्टिक कैन बेचने वालों पर कार्रवाई कर कैन जब्त की जाती है. इस बार कांवड़ यात्रा रद्द की गई है, जिसकी वजह से हरिद्वार प्रशासन की ओर से दूसरे राज्यों को गंगाजल भेजने की व्यवस्था बनाई है. कई एनजीओ भी गंगाजल भेजने में प्रशासन की मदद कर रहे हैं.

मेयर और नगर आयुक्त में विवाद

बीते दिन बीइंग भगीरथ ने प्लास्टिक की 3 हजार कैनों में गंगाजल भरकर दूसरे राज्यों को भेजा था. गंगाजल के वाहन को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, जिस पर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में 3 अगस्त तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू, जानें सरकार ने क्‍या दी छूट

वहीं, मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि अगर प्लास्टिक कैन में गंगाजल भरकर दूसरे राज्यों में भेजा जा सकता है, तो जो गरीब इसे बेचते हैं, उनसे क्यों जब्त किया जाता है? उन्होंने हरिद्वार के मुख्य नगर आयुक्त जय भारत सिंह की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने बिना मेरी जानकारी के प्लास्टिक के कैन को एनजीओ को मुफ्त में दिया है, जो सरासर गलत है.

Last Updated : Aug 17, 2021, 4:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.