हरिद्वार: धर्मनगरी के सती घाट पर आज 4,896 मृतकों की अस्थियां एक साथ गंगा में प्रवाहित की गई. सामाजिक संगठन देवोत्थान सेवा समिति से जुड़े लोग वैसे तो 19 सालों से लगातार देशभर के हजारों लावारिस लोगों की अस्थियों को इकट्ठा करके गंगा में प्रवाहित करते आ रहे हैं, लेकिन इस बार खास बात ये है कि इन 4,896 में से 2,470 अस्थियां उन लोगों की थी, जिनकी मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है.
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देवोत्थान सेवा समिति के संरक्षक विजय शर्मा बताया कि विशेष तौर पर कोरोना से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली में तीन श्मशान घाट बनाये गए है. इन्हीं तीन श्मशान घाटों से अस्थियां उठाकर वो हरिद्वार लाये और पूरे विधि विधान के साथ सती घाट पर गंगा में प्रवाहित किया.
इस संगठन से कई युवक और युवतियां भी जुडें हुए है. ये युवा अस्थियों को इकट्ठा करने का काम करते हैं. उनका कहना है कि इस बार कोरोना के चलते परिजनों के खिलाफ जाकर उन्होंने अपना ये काम जारी रखा है.