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NGT के आदेश को ठेंगा, हरकी पैड़ी पर धड़ल्ले से बिक रही प्लास्टिक

एनजीटी ने गंगा किनारे पालिथीन के इस्तेमाल पर बेशक रोक लगा दी हो लेकिन हरकी पैड़ी पर एनजीटी की आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. यहां पर प्लास्टिक केन और पन्नियां खुलेआम बेची जा रही है जिन्हें रोकने वाला कोई नहीं है.

Plastic In Haridwar
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Published : Mar 24, 2022, 10:44 AM IST

Updated : Mar 24, 2022, 11:35 AM IST

हरिद्वार/लक्सर: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (National Green Tribunal-NGT) ने हरिद्वार जिले में प्लास्टिक की बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया हुआ है, लेकिन एनजीटी के आदेशों की हरिद्वार में जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिस विभाग पर एनजीटी के आदेशों का पालन कराने की जिम्मेदारी है, वो भी खानापूर्ति से ज्यादा कुछ नहीं कर रहा है. इसका नतीजा यह हैं कि धर्मनगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी सहित गंगा के तमाम घाटों पर पन्नी और प्लास्टिक उत्पादों की खुलेआम बिक्री हो रही है. साथ ही प्लास्टिक गंगा में डालकर गंगा को प्रदूषित भी किया जा रहा है. शिकायत के बाद भी जिला प्रशासन और नगर निगम इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा हैं.

गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एनजीटी ने हरिद्वार और ऋषिकेश में पन्नी के प्रयोग और बिक्री पर रोक लगाने के प्रशासन को सख्त निर्देश दिए थे. लेकिन हरिद्वार में एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. पन्नी के प्रयोग से न केवल गंगा प्रदूषित हो रही है बल्कि सीवर भी चोक हो रहे हैं. लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं.

हरकी पैड़ी पर धड़ल्ले से बिक रही प्लास्टिक.
पढ़ें- मनोज तिवारी ने सीएम धामी को दी बधाई, गुनगुनाया गीत- 'भगवा रंग चढ़ने लगा है...सोच नजारा क्या होगा'

व्यापारी अमन शर्मा का कहना है कि कार्रवाई सिर्फ छोटे व्यापारी पर की जाती है. बड़ों पर कार्रवाई करने की कोई हिम्मत नहीं दिखा पाता. प्रशासन यदि वास्तव में प्लास्टिक को बैन करना चाहता है तो इसके लिए जरूरी है कि बड़े व्यापारियों पर कार्रवाई की जाए. व्यापारी अभिषेक अग्रवाल का कहना है कि कार्रवाई के नाम पर परेशान सिर्फ छोटे व्यापारियों को किया जाता है. अगर प्रशासन फैक्ट्री बंद करा देगा तो बाजारों तक पन्नी नहीं पहुंचेगी.

वहीं इस मामले में मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने कहा कि नगर निगम अपना काम कर रहा है. समय-समय पर पन्नी बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है. पन्नी के गोदामों को भी सील कर भारी मात्रा में पन्नी पकड़ने का काम लगातार चल रहा है.
पढ़ें: हरिद्वार: जमीनी विवाद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़े, जिला पंचायत सदस्य का फोड़ा सिर

पॉलिथीन के खिलाफ चला प्रशासन का डंडा: लक्सर नगर पालिका प्रशासन की ओर से नगर में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक के लिए अभियान चलाया जा रहा हैं. अधिशासी अधिकारी के नेतृत्व में पालिका प्रशासन की टीम ने नगर के बाजारों में छापेमारी कर बड़ी मात्रा में पॉलीथिन जब्त की है.

प्रदेश के शहरों में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक के बावजूद दुकानों, रेहड़ी आदि पर पालीथिन का इस्तेमाल हो रहा है. शासन की ओर से जारी किए गए निर्देश पर लक्सर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पालिका प्रशासन की टीम ने नगर के मेन बाजार, हरिद्वार मार्ग, गोवर्धनपुर मार्ग, फ्लाई ओवर के नीचे कई दुकानों और फड़, रेहड़ी आदि पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान दुकानों से 20 किलोग्राम से अधिक पॉलीथिन जब्त की गई. इस दौरान प्रतिबंध के बावजूद पॉलीथिन के इस्तेमाल पर कई दुकानदारों के चालान कर उनसे जुर्माना भी वसूला गया. अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि दुकानदारों को पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी गई है. पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक के लिए आगे भी अभियान जारी रहेगा.

हरिद्वार/लक्सर: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (National Green Tribunal-NGT) ने हरिद्वार जिले में प्लास्टिक की बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया हुआ है, लेकिन एनजीटी के आदेशों की हरिद्वार में जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिस विभाग पर एनजीटी के आदेशों का पालन कराने की जिम्मेदारी है, वो भी खानापूर्ति से ज्यादा कुछ नहीं कर रहा है. इसका नतीजा यह हैं कि धर्मनगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी सहित गंगा के तमाम घाटों पर पन्नी और प्लास्टिक उत्पादों की खुलेआम बिक्री हो रही है. साथ ही प्लास्टिक गंगा में डालकर गंगा को प्रदूषित भी किया जा रहा है. शिकायत के बाद भी जिला प्रशासन और नगर निगम इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा हैं.

गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एनजीटी ने हरिद्वार और ऋषिकेश में पन्नी के प्रयोग और बिक्री पर रोक लगाने के प्रशासन को सख्त निर्देश दिए थे. लेकिन हरिद्वार में एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. पन्नी के प्रयोग से न केवल गंगा प्रदूषित हो रही है बल्कि सीवर भी चोक हो रहे हैं. लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं.

हरकी पैड़ी पर धड़ल्ले से बिक रही प्लास्टिक.
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व्यापारी अमन शर्मा का कहना है कि कार्रवाई सिर्फ छोटे व्यापारी पर की जाती है. बड़ों पर कार्रवाई करने की कोई हिम्मत नहीं दिखा पाता. प्रशासन यदि वास्तव में प्लास्टिक को बैन करना चाहता है तो इसके लिए जरूरी है कि बड़े व्यापारियों पर कार्रवाई की जाए. व्यापारी अभिषेक अग्रवाल का कहना है कि कार्रवाई के नाम पर परेशान सिर्फ छोटे व्यापारियों को किया जाता है. अगर प्रशासन फैक्ट्री बंद करा देगा तो बाजारों तक पन्नी नहीं पहुंचेगी.

वहीं इस मामले में मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने कहा कि नगर निगम अपना काम कर रहा है. समय-समय पर पन्नी बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है. पन्नी के गोदामों को भी सील कर भारी मात्रा में पन्नी पकड़ने का काम लगातार चल रहा है.
पढ़ें: हरिद्वार: जमीनी विवाद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़े, जिला पंचायत सदस्य का फोड़ा सिर

पॉलिथीन के खिलाफ चला प्रशासन का डंडा: लक्सर नगर पालिका प्रशासन की ओर से नगर में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक के लिए अभियान चलाया जा रहा हैं. अधिशासी अधिकारी के नेतृत्व में पालिका प्रशासन की टीम ने नगर के बाजारों में छापेमारी कर बड़ी मात्रा में पॉलीथिन जब्त की है.

प्रदेश के शहरों में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक के बावजूद दुकानों, रेहड़ी आदि पर पालीथिन का इस्तेमाल हो रहा है. शासन की ओर से जारी किए गए निर्देश पर लक्सर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पालिका प्रशासन की टीम ने नगर के मेन बाजार, हरिद्वार मार्ग, गोवर्धनपुर मार्ग, फ्लाई ओवर के नीचे कई दुकानों और फड़, रेहड़ी आदि पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान दुकानों से 20 किलोग्राम से अधिक पॉलीथिन जब्त की गई. इस दौरान प्रतिबंध के बावजूद पॉलीथिन के इस्तेमाल पर कई दुकानदारों के चालान कर उनसे जुर्माना भी वसूला गया. अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि दुकानदारों को पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी गई है. पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक के लिए आगे भी अभियान जारी रहेगा.

Last Updated : Mar 24, 2022, 11:35 AM IST
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