ETV Bharat / state

कुंभ मेले के मद्देनजर तैयारियां तेज, मेला अधिकारी दीपक रावत ने लिया डेमो

मंगलवार को मेलाधिकारी दीपक रावत ने सड़क के गड्ढों को त्वरित भरने वाली एक तकनीक एमएमए का डेमो लिया. उन्होंने कहा कि इस तरीके की नई तकनीक को अपनाया जाएगा. सैंपल ठीक होने पर इसे लागू भी किया जाएगा.

etv bharat
कुंभ मेले के मद्देनजर तैयारियां तेज
author img

By

Published : Feb 11, 2020, 10:32 PM IST

Updated : Feb 11, 2020, 11:26 PM IST

हरिद्वार: प्रशासन कुंभ मेले को सकुशल संपन्न करने के लिए नई तकनीक अपनाने पर विचार कर रहा है. जिसे देखते हुए मंगलवार को मेलाधिकारी दीपक रावत ने सड़क के गड्ढों को त्वरित भरने वाली एक तकनीक एमएमए का डेमो लिया. दिल्ली से आई एक निजी कंपनी ने एमएमए के माध्यम से अधिकारियों की मौजूदगी में सड़कों के गड्ढे भरके दिखाए.

कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि इस नई तकनीक का सैंपल टेस्ट किया गया है. जिसका नाम एमएमए है. बाजार में यह बोंडिक्स के नाम से उपलब्ध है. इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से सड़कों के गड्ढे काफी जल्दी से भरे जा सकते हैं. बरसात के समय सड़क का निर्माण नहीं हो पाता है. लेकिन, यह टेक्नोलॉजी सड़क निर्माण में काफी सहायक साबित हो सकती है. दीपक रावत ने कहा कि इस तरीके की नई तकनीक को अपनाया जाएगा. सैंपल ठीक होने पर इस तकनीक को लागू भी किया जायगा. इसकी लाइफ पांच साल तक बताई जा रही हैं.

कुंभ मेले के मद्देनजर तैयारियां तेज

ये भी पढ़े: हरिद्वार पुलिस ने तीन चोरी की घटनाओं का किया खुलासा, गिरोह के पांच शातिर गिरफ्तार

दीपक रावत का कहना है कि जो भी नई तकनीक कारगर साबित होगी. उसको कुंभ मेले के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. जिससे 2021 में आने वाले कुम्भ को भव्य बनाया जा सके.

हरिद्वार: प्रशासन कुंभ मेले को सकुशल संपन्न करने के लिए नई तकनीक अपनाने पर विचार कर रहा है. जिसे देखते हुए मंगलवार को मेलाधिकारी दीपक रावत ने सड़क के गड्ढों को त्वरित भरने वाली एक तकनीक एमएमए का डेमो लिया. दिल्ली से आई एक निजी कंपनी ने एमएमए के माध्यम से अधिकारियों की मौजूदगी में सड़कों के गड्ढे भरके दिखाए.

कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि इस नई तकनीक का सैंपल टेस्ट किया गया है. जिसका नाम एमएमए है. बाजार में यह बोंडिक्स के नाम से उपलब्ध है. इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से सड़कों के गड्ढे काफी जल्दी से भरे जा सकते हैं. बरसात के समय सड़क का निर्माण नहीं हो पाता है. लेकिन, यह टेक्नोलॉजी सड़क निर्माण में काफी सहायक साबित हो सकती है. दीपक रावत ने कहा कि इस तरीके की नई तकनीक को अपनाया जाएगा. सैंपल ठीक होने पर इस तकनीक को लागू भी किया जायगा. इसकी लाइफ पांच साल तक बताई जा रही हैं.

कुंभ मेले के मद्देनजर तैयारियां तेज

ये भी पढ़े: हरिद्वार पुलिस ने तीन चोरी की घटनाओं का किया खुलासा, गिरोह के पांच शातिर गिरफ्तार

दीपक रावत का कहना है कि जो भी नई तकनीक कारगर साबित होगी. उसको कुंभ मेले के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. जिससे 2021 में आने वाले कुम्भ को भव्य बनाया जा सके.

Last Updated : Feb 11, 2020, 11:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.