हरिद्वार/रुड़की: उत्तराखंड में साइबर ठगी के बढ़ते मामले पुलिस के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं. साइबर क्रिमिनल नए-नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाते हुए और फिर उनकी गाढ़ी कमाई लूट लेते हैं. ऐसी ही दो मामले हरिद्वार और रुड़की से सामने आए हैं.
पहला मामला रुड़की का है. यहां साइबर ठगों ने महिला को झांसे में लेकर उससे दो लाख 60 हजार रुपए की ठगी कर ली है. महिला गंगनहर कोतवाली क्षेत्र पूर्वावली गणेशपुर रहने वाली है. पीड़िता संगीता धवन ने पुलिस को बताया था कि जिस बैंक में उसका खाता है, उसी बैंक का उसने क्रेडिट कार्ड भी ले रखा है. गुरुवार को महिला के पास एक फोन आया, फोन करने वाले ने बताया कि उनका क्रेडिट कार्ड अपडेट होना है, इसके लिए उसने महिला के व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा, लिंक भेजकर उसने क्रेडिट कार्ड को अपडेट करने के लिए कहा.
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महिला ने जैसे ही मोबाइल पर आए लिंक को ओपन किया तो उनके खाते से 2 लाख 60 हजार रुपये की रकम साफ हो गई, वहीं जब उसके खाते से निकासी का मैसेज उसके मोबाइल पर आया तो उन्हें इसका पता चला. यह देख महिला के होश फाख्ता हो गए. महिला ने इस बावत बैंक से संपर्क किया, जिसके बाद पता चला कि उनके साथ किसी ने ठगी की है. महिला ने इस मामले में गंगनहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है. गंगनहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्य पाल ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में संगीता धवन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, पुलिस आरोपी का मोबाइल नंबर ट्रेस कर रही है, साथ ही इस मामले में जांच करने के लिए साइबर सेल की भी मदद ली जाएगी.
दूसरे मामला हरिद्वार की रानीपुर कोतवाली क्षेत्र का है. यहां साइबर ठग ने फौजी बनकर व्यक्ति से करीब 2.61 लाख रुपए की ठगी की. पीड़ित का नाम ठाकरचंद है, उसने पुलिस को बताया कि उसे फेसबुक पर मोटरसाइकिल बेचने का एक विज्ञापन दिखा, जिसमें बाइक की कीमत 26 लाख रुपये लिखी थी.
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ठाकरचंद ने विज्ञापन पर दर्शाए गए नंबर पर कॉल की. संतोष कुमार साहू नाम के व्यक्ति ने कॉल रिसीव की और खुद को भारतीय सेना का जवान बताते हुए सेना के कुछ दस्तावेज भी भेजे. आरोप है कि ऑनलाइन पहले 9,999 रुपये पेटीएम कर दिए, जो विनय धहरिया नाम के शख्स के खाते में पहुंचे. एक घंटे में बाइक भेजने की बात कहते हुए फिर से फोन किया और एक लाख की मांग की. इनकार करने पर आरोपी ने अपहरण करवाने की धमकी दी, जिसके बाद फिर कहे गए पैसे ट्रांसफर कर दिए, बाद में फिर से कॉल आई और बाकी के पैसों की मांग की.
आरोप है कि उसने पैसे ट्रांसफर न करने पर झूठे मुकदमे में फंसाकर छह माह के लिए जेल कराने की धमकी देते हुए फिर से पैसे डलवा लिए. कुल 2.61 लाख रुपये हड़प लिए हैं, लेकिन कई बार फोन करने के बाद भी आरोपी ने बाइक नहीं भेजी और लगातार झूठे आश्वासन देता रहा. कोतवाली प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.