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धर्मनगरी में मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, गंगा घाटों पर उमड़ी भीड़ - Makar Sankranti festival

Makar Sankranti Bath हरिद्वार में मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई. वहीं गंगा स्नान के लिए हरिद्वार के सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. वहीं मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने स्नान कर खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया. साथ ही जरूरतमंदों को दान देकर पुण्य अर्जित किया.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 15, 2024, 10:05 AM IST

Updated : Jan 15, 2024, 11:39 AM IST

मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

हरिद्वार: मकर संक्रांति पर्व पर हरिद्वार में हर की पैड़ी पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. सुबह 4 बजे से ही गंगा स्नान का सिलसिला शुरू हो गया.श्रद्धालु गंगा स्नान कर पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं. वहीं मकर संक्रांति पर्व पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन गंगा स्नान करने और दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. इसलिए देश भर के कई राज्यों से श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सड़कों पर जाम ना लगे और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रखने के लिए डायवर्सन प्लान भी लागू किया गया है.

haridwar
हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए उमड़ी भीड़

धर्मनगर हरिद्वार में दूसरे दिन भी मकर संक्रांति का स्नान जारी है. बीते दिन की अपेक्षा आज श्रद्धालुओं की ज्यादा तादाद विश्व प्रसिद्ध हर की पौड़ी पर देखने को मिली. बता दें कि आज सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं. इसी के साथ आज से ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण भी होंगे. इस मौके को काफी खास माना जाता है. काफी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए हरिद्वार पहुंचे हैं. माना जाता है कि आज के दिन गंगा स्नान कर तिल व खिचड़ी आदि का दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि आज से सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं, मकर को शनि की राशि मानी जाती है और शनि सूर्य देव के पुत्र हैं. ऐसे में पिता सूर्य के पुत्र शनि के घर यानि उनकी राशि में प्रवेश करने को संक्रमण काल माना जाता है. इसलिए इस ग्रह योग को मकर संक्रांति कहा जाता है.
पढ़ें-मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए देव डोलियों के साथ उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला, पूजा कर की सुख-समृद्धि की कामना

मान्यता है कि इस मौके पर गंगा स्नान कर दान आदि करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और सारे पाप मिट जाते हैं. इस ग्रह योग को सर्वोत्तम माना जाता है, यदि व्यक्ति के सभी ग्रह योग खराब चल रहे हो तो ऐसे में गंगा स्नान कर तिल,खिचड़ी, गुड़ आदि का दान करना चाहिए. आज के दिन स्नान करने से सात पीढ़ियों को तारने का फल मिलता है. मकर संक्रांति के मौके पर दूर दूर से लोग गंगा स्नान करने आये हैं, जिससे शहर में भीड़-भाड़ बढ़ गई है. भारी ठंड के बाद भी श्रद्धालुओं में पर्व को लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है. वहीं सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं और मेला क्षेत्र को 7 जोन और 17 सेक्टर में बांटा गया है. वहीं शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.

हल्द्वानी में मां जियारानी का लिया आशीर्वाद: हल्द्वानी में मकर संक्रांति के अवसर पर हल्द्वानी रानीबाग चित्रशिला घाट पर मां जियारानी के भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. बीते देर रात पहले माता जियारानी की जागर हुई. इस दौरान भक्तों ने मां जियारानी से अपने लिए सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की. घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बावजूद बाद भक्तों ने चित्रशिला घाट पर गौला नदी में स्नान किया और माता जियारानी का आशीर्वाद लिया. गौर हो कि मकर संक्रांति के अवसर पर माता जियारानी के मंदिर में जागर होती है. इस दौरान कत्यूरी वंश के लोग दूर-दूर से यहां आकर माता जियारानी का आशीर्वाद लेने आते हैं.

मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

हरिद्वार: मकर संक्रांति पर्व पर हरिद्वार में हर की पैड़ी पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. सुबह 4 बजे से ही गंगा स्नान का सिलसिला शुरू हो गया.श्रद्धालु गंगा स्नान कर पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं. वहीं मकर संक्रांति पर्व पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन गंगा स्नान करने और दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. इसलिए देश भर के कई राज्यों से श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सड़कों पर जाम ना लगे और ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रखने के लिए डायवर्सन प्लान भी लागू किया गया है.

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हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए उमड़ी भीड़

धर्मनगर हरिद्वार में दूसरे दिन भी मकर संक्रांति का स्नान जारी है. बीते दिन की अपेक्षा आज श्रद्धालुओं की ज्यादा तादाद विश्व प्रसिद्ध हर की पौड़ी पर देखने को मिली. बता दें कि आज सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं. इसी के साथ आज से ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण भी होंगे. इस मौके को काफी खास माना जाता है. काफी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए हरिद्वार पहुंचे हैं. माना जाता है कि आज के दिन गंगा स्नान कर तिल व खिचड़ी आदि का दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि आज से सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं, मकर को शनि की राशि मानी जाती है और शनि सूर्य देव के पुत्र हैं. ऐसे में पिता सूर्य के पुत्र शनि के घर यानि उनकी राशि में प्रवेश करने को संक्रमण काल माना जाता है. इसलिए इस ग्रह योग को मकर संक्रांति कहा जाता है.
पढ़ें-मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए देव डोलियों के साथ उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला, पूजा कर की सुख-समृद्धि की कामना

मान्यता है कि इस मौके पर गंगा स्नान कर दान आदि करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और सारे पाप मिट जाते हैं. इस ग्रह योग को सर्वोत्तम माना जाता है, यदि व्यक्ति के सभी ग्रह योग खराब चल रहे हो तो ऐसे में गंगा स्नान कर तिल,खिचड़ी, गुड़ आदि का दान करना चाहिए. आज के दिन स्नान करने से सात पीढ़ियों को तारने का फल मिलता है. मकर संक्रांति के मौके पर दूर दूर से लोग गंगा स्नान करने आये हैं, जिससे शहर में भीड़-भाड़ बढ़ गई है. भारी ठंड के बाद भी श्रद्धालुओं में पर्व को लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है. वहीं सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं और मेला क्षेत्र को 7 जोन और 17 सेक्टर में बांटा गया है. वहीं शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.

हल्द्वानी में मां जियारानी का लिया आशीर्वाद: हल्द्वानी में मकर संक्रांति के अवसर पर हल्द्वानी रानीबाग चित्रशिला घाट पर मां जियारानी के भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. बीते देर रात पहले माता जियारानी की जागर हुई. इस दौरान भक्तों ने मां जियारानी से अपने लिए सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की. घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बावजूद बाद भक्तों ने चित्रशिला घाट पर गौला नदी में स्नान किया और माता जियारानी का आशीर्वाद लिया. गौर हो कि मकर संक्रांति के अवसर पर माता जियारानी के मंदिर में जागर होती है. इस दौरान कत्यूरी वंश के लोग दूर-दूर से यहां आकर माता जियारानी का आशीर्वाद लेने आते हैं.

Last Updated : Jan 15, 2024, 11:39 AM IST
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