रुड़की: मंगलौर कोतवाली पुलिस ने दो दिन पूर्व एक बोरे में मिले बुजुर्ग महिला के शव के मामले का पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने बुजुर्ग महिला को एक रेहड़ा दिलाया था, जिसका किराया न देना बुजुर्ग महिला को भारी पड़ गया. रेहड़े का किराया न दे पाने पर बुजुर्ग महिला की आरोपी ने हत्या कर दी थी. बुजुर्ग हर की पैड़ी पर भिक्षावृत्ति करती थी. आरोपी ने उसे विकलांग बैटरी रिक्शा दिलवाने का लालच देकर लंढौरा बुलाया. वहीं पकड़े जाने के डर से बुजुर्ग महिला के शव को कट्टे में बंद कर आरोपी आनन-फानन में फरार हो गया था.
बीती 31 अगस्त की सुबह मंगलौर कोतवाली पुलिस को 112 के माध्यम से सूचना मिली थी कि लंढौरा कस्बे में बरेली निवासी कुछ व्यक्ति आनन-फानन में अपने किराए के कमरे को खाली करके जा रहे हैं. जिनके पास एक संदिग्ध बोरा-कट्टा भी रखा हुआ है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद पुलिस ने खाली कमरे में रखे बोरे को खोलकर देखा तो उसमें करीब 55 से 60 वर्ष उम्र की एक वृद्ध महिला का शव था. जिसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई के साथ-साथ मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी. पुलिस को यह भी मामूल हुआ था कि उपरोक्त मकान पर बरेली निवासी धारा सिंह अपनी पत्नी के साथ करीब 5 महीने से किराए पर रह रहा था. वह फल सब्जी इत्यादि बेचने का काम करता था. साथ ही ये भी जानकारी लगी कि कुछ दिनों से इनके साथ एक बुजुर्ग महिला रह रही थी जो कुछ दिनों से लंढौरा में भीख मांग रही थी.
पढ़ें- उत्तराखंड पुलिस ने यूपी के नशा तस्कर को दबोचा, स्मैक के साथ गदरपुर से किया अरेस्ट
हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने मामले के खुलासे के लिए अलग-अलग 4 टीमों का गठन किया. अलग-अलग टास्क निर्धारित किए गए. जिसके बाद दिन-रात साक्ष्य संकलन कर रही पुलिस टीमों ने 48 घंटों के भीतर आरोपी धारा सिंह पुत्र नत्थू लाल निवासी ग्राम मऊचन्दपुर थाना आंवला जिला बरेली यूपी को बदांयू रोड बरेली यूपी से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. इसी के साथ उसकी निशानदेही पर टीम ने घटना में प्रयुक्त एक गमछा और एक ईंट का टुकड़ा भी बरामद किया है.
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि दो साल पूर्व उसकी हर की पैड़ी पर रहने वाली एक भीख मांगने वाली से मुलाकात हुई थी. उसने उसे एक रेहड़ा किराए पर दिया. जिसका किराया प्रतिदिन 80 रुपये तय हुआ. मगर बुजुर्ग महिला काफी समय से किराया नहीं दे रही थी. आरोपी ने अपने बकाया 7 हजार रुपए वापस लेने के लिए एक प्लान के तहत बुजुर्ग महिला को करीब 15 दिन पहले बैटरी वाली विकलांग रिक्शा दिलवाने का लालच देकर लंढौरा बुलाया. जिसके बाद 28 अगस्त को पैसे वापस मांगने पर दोनों में बहस हो गई. इसी दौरान आरोपी ने बुजुर्ग महिला के सिर पर ईंट मारकर अंगोछे से गला घोटकर हत्या कर दी.
पढे़ं- ऑनलाइन स्टोर खोलने के नाम पर 8.47 लाख रुपए ठगे, पुलिस ने मास्टर माइंड को किया गिरफ्तार
इसके बाद आरोपी ने चुपके से शव को बोरे में छुपा दिया. जिसके बाद शव को ठिकाने लगाने का और कोई रास्ता न मिलने पर आरोपी ने 30 अगस्त को अपने बेटे को लंढौरा बुलाया. अगले दिन छोटा हाथी (लोडर) में सामान भरते समय बेटे से लोडर में बोरे में बंद शव को रखने के लिए कहा. जिस पर बेटे ने शव रखने से मना कर दिया. जिसके बाद आसपास के लोगों को इकट्ठा होता देख आरोपी बोरा छोड़कर मौके भाग निकला. बुजुर्ग मृतका महिला की तरफ से कोई परिजन मौजूद भी नहीं था. न ही उसके बारे में किसी को कोई जानकारी थी. इसलिए इन परिस्थितियों में हरिद्वार पुलिस ने खुद वादी बनते हुए कोतवाली मंगलौर पर धारा 302 व 201 आईपीसी का मुकदमा दर्ज करवाया.