रुड़की: मेयर गौरव गोयल की वायरल ऑडियो फोरेंसिक जांच में मेयर की आवाज की पुष्टि होने के बाद पार्षदों ने उनसे इस्तीफा देने की मांग की है. पार्षदों का कहना है कि अगर मेयर ने इस्तीफा नहीं दिया तो सभी पार्षद एकजुट होकर अपना इस्तीफा दे देंगे. इस दौरान कांग्रेस पार्षद ने मेयर की तस्वीरों पर कालिख पोतकर विरोध भी जताया.
बता दें कि साल 2022 जनवरी माह में एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें लीज संपत्ति के नाम पर 25 लाख रुपए की मांग की गई थी. बताया गया कि ऑडियो में आवाज मेयर गौरव गोयल की है. मामले में शहर के मुख्य व्यवसायी सुबोध गुप्ता की ओर से रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए मेयर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया. मुकदमा दर्ज होने के बाद उक्त ऑडियो को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया. पांच माह के बाद आई फोरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रिश्वत मांगने वाली आवाज मेयर गौरव गोयल की ही है.
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अब फोरेंसिक जांच आने के बाद पार्षदों ने मेयर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्षदों का कहना है कि अब यह साबित होता है कि मेयर गौरव गोयल भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. पार्षदों ने कहा ऑडियो वायरल होने के बाद मेयर गौरव गोयल ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अगर यह बात साबित हो गई कि ऑडियो में आवाज उनकी है तो वह इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा नैतिकता के आधार पर गौरव गोयल को इस्तीफा दे देना चाहिए.
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वहीं, पार्षद शक्ति राणा ने कहा अगर मेयर गौरव गोयल इस्तीफा नहीं देते तो सभी पार्षद सामूहिक इस्तीफा देंगे. कोई भी पार्षद भ्रष्टाचारी मेयर के नेतृत्व में कार्य नहीं करना चाहता. वहीं, पार्षदों ने भाजपा हाईकमान से मांग की है कि उन्हें पार्टी से बाहर करें. इस दौरान पार्षदों ने मेयर गौरव गोयल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस पार्षद आशीष अग्रवाल ने निगम परिसर में लगी मेयर की तस्वीरों पर कालिख पोतकर विरोध जताया.