हरिद्वार: भाई-बहन के त्योहार रक्षाबंधन के लिए अब कम ही दिन शेष हैं. विगत वर्षों में रक्षाबंधन के लिए जहां बाजारों में राखी खरीदारों की भीड़ उमड़ी होती थी, वहीं आज कोरोना के कारण बाजारों में सन्राटा पसरा हुआ है. जिसके चलते व्यापारी भी खासे परेशान हैं. ऐसे में धर्म नगरी हरिद्वार के बाजारों में भी राखी के त्योहार की रंगत फीकी नजर आ रही है.
कोरोना के डर से लोग बाजारों में नहीं आ रहे हैं. जिसके कारण राखी व्यापारी काफी परेशान हैं. इस बार व्यापारियों द्वारा चाइनीज राखियों का बहिष्कार किया गया है और भारतीय राखियों को बढ़ावा मिल रहा है. व्यापारियों ने बताया कि बाजार में पहले इन दिनों तक लोग काफी खरीदारी कर लेते थे.
लेकिन कोरोना काल के कारण लोगों ने खरीदारी कम कर दी है. इसका प्रभाव राखी पर भी पड़ा है. जो लोग 250 से लेकर 300 तक की राखियां खरीदा करते थे, वह अब सिर्फ 50 से लेकर 100 रुपये तक की राखी खरीद रहे हैं. कोरोना लॉकडाउन के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. वहीं, लोगों द्वारा इस बार देश में बनी राखियों को ही पसंद किया जा रहा है.
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व्यापारी ने बताया कि पहले रक्षाबंधन से पहले इस समय तक लगभग उनका आधे से ज्यादा स्टॉक समाप्त हो जाता था. लेकिन कोरोना के कारण उनकी राखियां बिक नहीं रही है. इस साल सिर्फ दस प्रतिशत ही राखियों की बिक्री हुई है.