रुड़की: सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती युवक की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम में हड़कंप मचा हुआ है. मृत युवक के शव को सिविल अस्पताल से सीधे हरिद्वार भेजा गया था, लेकिन हरिद्वार श्मशान घाट समिति ने शव का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया. दो घंटे के इंतजार के बाद शव को वापस रुड़की लाया गया. जहां परिजनों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया.
रुड़की के प्रेमनगर निवासी 25 साल के युवक की सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में मौत हो गयी थी. उसे खांसी, जुखाम और सांस लेने में दिक्कत के बाद सिविल अस्पताल लाया गया था. जहां चिकित्सकों ने सैंपल लेकर उसका इलाज कर रहे थे, इसी दौरान उसकी मौत हो गई.
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युवक को कोरोना संदिग्ध मानते हुए पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम शव को सैनिटाइज करने के बाद कनखल हरिद्वार स्थित श्मसान घाट पहुंची, जहां श्मसान समिति ने उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. करीब दो घंटे के इंतजार के बाद युवक के शव को वापस रुड़की लाया गया और परिजनों की मौजूदगी में सोलानी नदी किनारे अंतिम संस्कार किया गया. गंगनहर कोतवाली के एसएसआई देवराज शर्मा के मुताबिक के मुताबिक सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए शव को सैनिटाइज कर अंतिम संस्कार किया गया.