देहरादून: मंगलवार को हरिद्वार में शुरू किए गए 150 बेड के बेस अस्पताल में बाबा रामदेव की कोरोनिल दवाई का खुलेआम इस्तेमाल किया जा रहा है. जबकि बीते साल कोरोनिल को लेकर खुद केंद्र सरकार हस्तक्षेप कर चुकी है. बवजूद इसके यहां इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.
कोविड-19 के शुरुआती दौर में जब इस पर ज्यादा शोध नहीं हुआ था तो उस वक्त कई दवाइयों को लेकर मार्केट में दावा किया गया था. कोरोनिल इन्हीं दवाओं में से एक थी. तब कोरोनिल आयुर्वेदिक दवाई को कोविड-19 की दवाई बता कर खूब सुर्खियां बटोरी थी. इसके बाद बाजार में अचानक इस कोरोनिल दवाई को लेकर होड़ लगने लगी थी. ऐसे में एक बार फिर उत्तराखंड में कोरोनिल दवा से जुड़ा मामला सामने आया है.
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मंगलवार को हरिद्वार में शुरू किए गए 150 बेड के बेस अस्पताल में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में उद्घाटन किया गया. इस मौके पर उपस्थित रहे बाबा रामदेव ने इस अस्पताल में कोरोनिल दवाई को लेकर खुलेआम इलाज करने की बात कही.
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इस विषय पर जब हम हमने शासन के अधिकारियों से बातचीत की तो उन्होंने इस बात की जानकारी होने से इनकार किया. प्रभारी सचिव पंकज पांडे ने बताया कि कोरोनिल दवाई पर प्रतिबंध नहीं है. हरिद्वार बेस अस्पताल में कोविड-19 का इलाज आईसीएमआर के सभी मानकों और प्रोटोकॉल को फॉलो करते ही करके हुए ही किया जाएगा. अगर इसके अलावा कोई भी अनियमितता पाई जाती है तो उसका संज्ञान लिया जाएगा.