रुड़की: कहावत है कि घर में दो बर्तन होते हैं तो आवाज होती ही है लेकिन ये आवाज जब धमाका बन जाए तो ये दूसरे घरों में चर्चा का विषय ज़रूर बन जाता है. इनदिनों ऐसा ही कुछ हो रहा है उत्तराखंड बीजेपी में. पार्टी के दो विधायक पिछले कुछ समय से इस तरह लड़ रहे हैं जैसे दो जानी दुश्मन. एक हैं झबरेड़ा एमएलए देशराज कर्णवाल और दूसरे हैं कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुये खानपुर विधायक चैंपियन.
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बॉडी बिल्डर दबंग विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और विधायक देशराज कर्णवाल के बीच पिछले एक महीने से जुबानी जंग जारी है. चुनाव के दौरान भी दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं जारी रही. यही नहीं, कर्णवाल की पत्नी ने चैंपियन पर गंभीर आरोप भी लगाये थे. इसी कड़ी में आज सुबह झबरेड़ा विधायक ने खानपुर विधायक पर तंज कसते हुए उन्हें फ़र्ज़ी चैम्पियन बताकर और सर्कस का शेर कहते हुये डिग्री दिखाने का चैलेंज भी किया था. देशराज का कहना था कि कि जो भी चैंपियन को हंटर दिखता है वो उन्हीं को सलाम करते हैं.
अब ऐसे में चैंपियन कहां चुप रहने वाले थे. दिन ढलते-ढलते उनकी ओर से भी पलटवार हो गया. चैंपियन ने कर्णवाल और उनकी पत्नी को जेल भेजने की धमकी दी है. चैंपियन का कहना है कि उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले में पति व पत्नी के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं, जिसकी जांच जल्द ही पूरी हो जाएगी, जिसके बाद दोनों को जेल जाना पड़ेगा.
चैंपियन ने कर्णवाल को चैलेंज करते हुये रुड़की के नेहरू स्टेडियम में 12 बजे आकर उनसे कुश्ती का मुकाबला करने की चुनौती दी है. इसके साथ ही 2019 तक कर्णवाल की विधायकी भी खत्म करने की बात कही. भाजपा नेता और पूर्व जिला महामंत्री मनोज त्यागी के ऊपर भी जुबानी हमला करते हुए चैंपियन ने त्यागी को फ़र्ज़ी नेता बताया.
विधायक देशराज को बुरा-भला कहते हुये चैंपियन ने कहा कि कुछ लोग मोदी लहर में चुनाव जीत गये, अगर अगली बार चुनाव जीते तो वो अपनी मूंछ कटवा देंगे. इस दौरान चैंपियन ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी नहीं बख्शा. खानपुर विधायक ने हरीश रावत को उनके सामने खानपुर से चुनाव लड़ने की चुनौती दी.
क्या है मामला?
लोकसभा चुनाव में टिकट मांगने को लेकर ये जंग छिड़ी थी. हरिद्वार लोकसभा सीट पर भाजपा के दोनों विधायकों ने अपनी पत्नियों के लिए टिकट मांगा था. इस दौरान विधायक चैंपियन ने सांसद निशंक पर निशाना साधा था. इस पर झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने चैंपियन पर निशाना साधा. इसके बाद देशराज कर्णवाल ने एक बयान देकर विवाद को हवा दे दी. उन्होंने चैंपियन को सुर्खियों में रहने का आदी बताया था. इसके बाद दोनों के समर्थकों में जुबानी जंग तेज हो गई.
चैंपियन ने कर्णवाल पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र रखने का आरोप लगाया और प्रमाण पत्र की जांच कराने की मांग की. इस पर कर्णवाल ने कहा था कि वर्ष 2005 में वह जिला पंचायत सदस्य थे. विधायक चैंपियन की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ रही थीं. चैंपियन चाहते थे कि वह उनके पक्ष में वोट करें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इस बात से रंजिश रखते हुए चैंपियन ने अपने लोगों से सहारनपुर में उनका एक फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाया.
विधायक चैंपियन ने अपने अधिवक्ता के जरिये कर्णवाल को मानहानि का नोटिस भी भेजा था. जिसके बाद कर्णवाल ने चैंपियन और उनके तीन समर्थकों पप्पू सिंह, पहल सिंह व फुरकान को अपने अधिवक्ता विवेक गुप्ता की तरफ से मानहानि का नोटिस भेजा. नोटिस में आरोप है कि 25 मार्च को रुड़की के एक होटल में चैंपियन ने समर्थकों से एक प्रेस वार्ता करवाई. इसमें उनके और उनकी पत्नी के लिए अभद्र, अपमानजनक और बेबुनियादी बातें कही गई हैं. सोशल मीडिया पर भी अपमानजनक बातें लिखी गईं. इससे समाज में उनकी और परिवार की प्रतिष्ठ को धूमिल किया गया है. नोटिस में बयानबाजी पर माफी नहीं मांगने पर न्यायालय में दावा करने की बात कही गई है.