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चकबंदी अधिकारियों ने किसान के घर लगाया चक तो विभाग में ही धरने पर बैठ गया बुजुर्ग, फिर...

चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने भोगपुर गांव में 90 साल के बुजुर्ग किसान के घर पर ही चक लगा दिया और उसे गिराने पहुंच गए.

Consolidation department act
चकबंदी विभाग का कारनामा
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Published : Mar 9, 2020, 5:52 PM IST

Updated : Mar 9, 2020, 6:59 PM IST

रुड़की: चकबंदी विभाग के अधिकारी अपनी ड्यूटी को लेकर कितने मुस्तैद हैं, इसका अंदाजा आप इस खबर को पढ़ कर लगा सकते हैं. चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने भोगपुर गांव में 90 साल के बुजुर्ग किसान के घर पर ही चक लगा दिया और उसे गिराने पहुंच गए. पूरा माजरा समझ बुजुर्ग किसान ने अपना बोरिया-बिस्तर समेटा और चकबंदी अधिकारी दीवान सिंह नेगी के कार्यालय में धरने पर बैठ गए.

किसान लक्ष्मण सिंह का कहना है कि उनके पास लगभग एक बीघा जमीन है, जिस पर उसका घर भी है. गांव के ही सतेंद्र कुमार ने चकबंदी अधिकारियों से मिलीभगत कर घर पर चक लगवा दिया. जिसकी वजह से वो मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं. उनके दोनों बच्चों की मृत्यु हो चुकी है, ऐसे में पति-पत्नी मेहनत मजदूरी कर अपना पेट पालते हैं. गलत तरीके से चक लगाकर अधिकारियों ने उनके घर को तोड़ने की कोशिश की.

चकबंदी विभाग का कारनामा

ये भी पढ़ें: फौजी बेटे की शादी के लिए छपवाया अंतर्देशीय पत्र, कौतूहल का विषय बनी शादी

वहीं, चकबंदी कार्यालय पर किसान के धरने पर बैठे होने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे किसान यूनियन के नेताओं ने उनकी समस्या सुनी. इस दौरान किसान यूनियन के नेताओं और चकबंदी अधिकारियों में जमकर झड़प हुई. चकबंदी अधिकारी के आश्वासन के बाद किसान लक्ष्मण सिंह ने धरना खत्म किया.

रुड़की: चकबंदी विभाग के अधिकारी अपनी ड्यूटी को लेकर कितने मुस्तैद हैं, इसका अंदाजा आप इस खबर को पढ़ कर लगा सकते हैं. चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने भोगपुर गांव में 90 साल के बुजुर्ग किसान के घर पर ही चक लगा दिया और उसे गिराने पहुंच गए. पूरा माजरा समझ बुजुर्ग किसान ने अपना बोरिया-बिस्तर समेटा और चकबंदी अधिकारी दीवान सिंह नेगी के कार्यालय में धरने पर बैठ गए.

किसान लक्ष्मण सिंह का कहना है कि उनके पास लगभग एक बीघा जमीन है, जिस पर उसका घर भी है. गांव के ही सतेंद्र कुमार ने चकबंदी अधिकारियों से मिलीभगत कर घर पर चक लगवा दिया. जिसकी वजह से वो मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं. उनके दोनों बच्चों की मृत्यु हो चुकी है, ऐसे में पति-पत्नी मेहनत मजदूरी कर अपना पेट पालते हैं. गलत तरीके से चक लगाकर अधिकारियों ने उनके घर को तोड़ने की कोशिश की.

चकबंदी विभाग का कारनामा

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वहीं, चकबंदी कार्यालय पर किसान के धरने पर बैठे होने की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे किसान यूनियन के नेताओं ने उनकी समस्या सुनी. इस दौरान किसान यूनियन के नेताओं और चकबंदी अधिकारियों में जमकर झड़प हुई. चकबंदी अधिकारी के आश्वासन के बाद किसान लक्ष्मण सिंह ने धरना खत्म किया.

Last Updated : Mar 9, 2020, 6:59 PM IST
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