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लक्सर में नगर पालिका पर नाले में स्लैब डालने का आरोप, कांग्रेसियों ने एसडीएम से की शिकायत

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Published : Apr 1, 2022, 10:40 AM IST

लक्सर में नगर पालिका द्वारा नाले में स्लैब डाले जाने पर कांग्रेसी मुखर हो गए हैं. कांग्रेसियों ने मामले की शिकायत एसडीएम से की है. वहीं एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

Laksar
नगर पालिका ने नाले में डाला स्लैब

लक्सर: उच्च न्यायालय के आदेशों को दरकिनार कर नगर पालिका ने नाले पर स्लैब डालकर बंद कर दिया है. कांग्रेस कमेटी के पूर्व नगर अध्यक्ष समेत नगर के लोगों ने मामले की शिकायत एसडीएम से की है. वहीं एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

कांग्रेस कमेटी के पूर्व नगर अध्यक्ष वेदप्रकाश वर्मा के साथ सचिन विश्वास, ईश्वरपाल, प्रीतम सिंह व ऋषिपाल ने एसडीएम वैभव गुप्ता को ज्ञापन देकर बताया कि नगरीय क्षेत्र में खसरा संख्या 96 और 97 की भूमि नाले के नाम पर दर्ज है. वर्तमान में भी नाला बह रहा है. परंतु मेन बाजार में नगर पालिका प्रशासन ने नाले पर स्थायी रूप से पक्के स्लैब डलवाकर नाले को ऊपर से बंद कर दिया है.

पढ़ें-फूलन के हत्यारे शेर सिंह राणा की बायोपिक में दिखेंगे विद्युत जामवाल, जानें, उसका उत्तराखंड कनेक्शन

नगर पालिका प्रशासन द्वारा यहां पूर्व में नाले पर दुकानों का निर्माण भी कराया गया है. जबकि उच्च न्यायालय के नदी, नाले और तालाब की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश हैं. एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. वहीं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार का कहना है कि नाले पर किसी तरह का अतिक्रमण नहीं किया गया है. यहां कोई हादसा ना हो इसलिए नाले के कुछ हिस्से को ढका गया है.

लक्सर: उच्च न्यायालय के आदेशों को दरकिनार कर नगर पालिका ने नाले पर स्लैब डालकर बंद कर दिया है. कांग्रेस कमेटी के पूर्व नगर अध्यक्ष समेत नगर के लोगों ने मामले की शिकायत एसडीएम से की है. वहीं एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

कांग्रेस कमेटी के पूर्व नगर अध्यक्ष वेदप्रकाश वर्मा के साथ सचिन विश्वास, ईश्वरपाल, प्रीतम सिंह व ऋषिपाल ने एसडीएम वैभव गुप्ता को ज्ञापन देकर बताया कि नगरीय क्षेत्र में खसरा संख्या 96 और 97 की भूमि नाले के नाम पर दर्ज है. वर्तमान में भी नाला बह रहा है. परंतु मेन बाजार में नगर पालिका प्रशासन ने नाले पर स्थायी रूप से पक्के स्लैब डलवाकर नाले को ऊपर से बंद कर दिया है.

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नगर पालिका प्रशासन द्वारा यहां पूर्व में नाले पर दुकानों का निर्माण भी कराया गया है. जबकि उच्च न्यायालय के नदी, नाले और तालाब की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश हैं. एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. वहीं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र कुमार का कहना है कि नाले पर किसी तरह का अतिक्रमण नहीं किया गया है. यहां कोई हादसा ना हो इसलिए नाले के कुछ हिस्से को ढका गया है.

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