हरिद्वारः अक्सर चुनावों के दरमियान वोटरों को रिझाने के लिए शराब और धन बल का प्रयोग किया जाता है. इस बार के विधानसभा चुनाव में भी हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र में लगातार बीजेपी समर्थकों के घरों से लगातार शराब पकड़ी जा रही है. ऐसे में साफ है कि चुनाव में नेता वोटरों के आगे हाथ जोड़ने के साथ उन्हें मादक पदार्थों का भी भोग लगा रहे हैं.
बता दें कि गुरुवार देर शाम देहरादून से आई आबकारी विभाग की विशेष टीम ने बिल्केश्वर कॉलोनी में रहने वाले पूर्व पार्षद राहुल कांडपाल के घर पर छापेमारी की थी. इस दौरान घर के कमरे से टीम को 15 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई. टीम ने शराब को तो जब्त कर लिया. इस मामले में पूर्व पार्षद टीम के हत्थे नहीं चढ़ा.
इससे पहले भी हरिद्वार के उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी कर आश्रम की पार्किंग से 35 पेटी अवैध शराब की बरामद की थी. जिसके बाद भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थकों ने आश्रम के बाहर एकत्र होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी. साथ ही कांग्रेस ने हरिद्वार के कद्दावर नेता के पीआरओ पर शराब रखवाने का आरोप लगाया था.
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हरिद्वार विधानसभा सीट में लगातार बीजेपी समर्थकों के यहां से शराब का पकड़ा जाना और पकड़ा भी बेहद सुरक्षित स्थान से जाना. इस ओर इशारा कर रहा है की या तो घर का भेदी घर के राज अधिकारियों को दे रहा है या फिर कोई हरिद्वार से बीजेपी प्रत्याशी मदन कौशिक से खार खाए बैठा है. तभी वो शराब की लगातार जानकारी हरिद्वार से बाहर बैठे आला अधिकारियों को देकर छापेमारी करवा रहा है. शराब पकड़े जाने से आर्थिक से ज्यादा चुनाव के समय प्रत्याशी की छवि को धूमिल कर रहा है.
इससे पहले के चुनावों यदि किसी प्रत्याशी के खास समर्थक के यहां से एक दो पेटी शराब भी बरामद कर ली जाती थी तो पूरे विधानसभा क्षेत्र में हल्ला मच जाता था, लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि मानों हरिद्वार से बीजेपी विधायक मदन कौशिक अपने ही किसी खास राजदार के निशाने पर हैं.
जो न केवल दिखाने के लिए दिन रात मदन के साथ रहकर राज घाट ले रहा है. बल्कि इन राजों को किसी ऐसे अधिकारी तक भी सीधे पहुंचा रहा है. जो मदन के करीबियों के यहां छापेमारी कर मदन के इस चुनावी मैनेजमेंट को जनता के सामने ला रहा है.
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कनखल हो या फिर उत्तरी हरिद्वार का आश्रम या फिर गुरुवार को पूर्व पार्षद के घर से अंग्रेजी शराब की पेटियों के बरामद होने का मामला. सभी में मदन के करीबी सवालों के सीधे घेरे में हैं. जितनी मात्रा में शराब इन तीनों ठिकानों से एक हफ्ते में पकड़ी गई, वो यह बताने के लिए काफी है कि शराब कम से कम खुद पीने के लिए तो एकत्र नहीं की गई थी.
इस शराब का प्रयोग कहीं न कहीं चुनाव से पहले मतदाताओं को रिझाने में ही किया जाना था. कहा तो यह भी जा रहा है कि पकड़ी गई शराब तो सिर्फ एक बानगी भर है. जबकि, बड़ा स्टॉक तो अभी भी उन जगहों पर आराम से पहुंचाया जा रहा है, जहां उसे भेजना है.
हरिद्वार में पकड़ी जा रही सबसे ज्यादा शराब: हरिद्वार जिले में रोजाना ही शराब पकड़ी जा रही है, लेकिन हरिद्वार विधानसभा सीट पर पकड़ी जाने वाली शराब का आंकड़ा अन्य सीटों से काफी अधिक है. इतना ही नहीं हरिद्वार सीट पर अबतक जितनी भी शराब पकड़ में आया है, उसके तार बीजेपी प्रत्याशी और उनके समर्थकों से सीधे जुड़े हैं. इन मामलों में बीजेपी नेताओं के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं.
मदन कौशिक की चुप्पीः बड़ी बात यह है कि पकड़ी जा रही शराब हो या फिर उसमें बीजेपी नेताओं का नाम आना, किसी भी मामले में बीजेपी विधायक मदन कौशिक अब तक बिल्कुल मौन हैं. बीजेपी की ओर से यदि कोई बात रखी भी जा रही है तो वह बात बीजेपी नेता और मदन के करीबी विकास तिवारी ही रख रहे हैं.
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कांग्रेस प्रत्याशी का तीखा हमला: हरिद्वार से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है इसमें कोई संदेह ही नहीं रह गया कि अपने स्वार्थ के लिए मदन कौशिक हरिद्वार के युवाओं को नशे की जद में धकेलने में लगे हैं. बीते बीस सालों में अथाह पैसा कमा चुके मदन कौशिक धन बल पर चुनाव लड़ते हैं. जिसमें नशे के साथ पैसा भी जमकर बांटा जा रहा है.
कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि इसका प्रत्यक्ष प्रमाण बीजेपी के समर्थकों के ठिकानों पर रोजाना पकड़ी जा रही शराब है. हम यदि लोगों को दूध भी पिलाते हैं तो प्रशासन हमारे काउंटर हटवा देता है, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है. इस बार शहर की जनता जवाब देने के लिए तैयार हैं.