ऋषिकेश/हरिद्वार: एक ओर जहां तीर्थनगरी में बीजेपी की आपसी खींचतान के चलते मुनि की रेती और स्वर्गाश्रम को जोड़ने वाले जानकी सेतु का शुभारंभ नहीं हो पा रहा है. वहीं, धर्मनगरी हरिद्वार में धर्मनगरी कुंभ मेला प्रशासन पर उत्तरी हरिद्वार की जनता का उपेक्षा का आरोप लगा है. ऐसे में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
बुधवार को ऋषिकेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सरकार 10 दिनों के भीतर जानकी पुल पर आवाजाही शुरु नहीं करती, तो वह खुद इस पुल की शुभांरभ कर देंगे.
इस मौके पर कांग्रेसी नेता हिमांशु बिजलवाण ने जानकी सेतु के शुभारंभ में हो रही देरी को लेकर राज्य सरकार का पुतला फूंका और सरकार को 10 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर इस बीच सरकार जानकी सेतु को शुरू नहीं करती है तो वह कांग्रेसियों और आम जनता को लेकर जानकी सेतु का शुभारंभ खुद कर देंगे.
कांग्रेसियों ने मेला प्रशासन पर लगाया उपेक्षा का आरोप
वहीं, धर्मनगरी हरिद्वार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कुम्भ मेला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस के महानगर महासचिव आकाश भाटी ने कहा कि उत्तरी हरिद्वार संत बाहुल्य क्षेत्र है, भागीरथी बिंदु मार्ग के सौंदर्यीकरण के लिए छह महीने पहले ढाई करोड़ रुपये का बजट जारी हुआ था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज तक यहां एक ईंट भी नहीं लगी है.
इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मेला प्रशासन जो सौंदर्यीकरण के नाम पर टाल मटोल कर रहा है. ऐसे में उनकी मांग है कि भागीरथी बिंदु मार्ग के सौंदर्यीकरण के लिए जब ढाई करोड़ रुपये पास हो चुका है, तो मेला प्रशासन ने उसकी फाइल नीचे दबा रखी है. ऐसे में उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू नहीं हुआ तो वह धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.