रुड़की: क्षेत्र के मंगलौर में सहकारी क्रय-विक्रय केंद्र से महीनों से किसानों को धान का भुगतान नहीं मिल पाया है. इसको लेकर किसानों ने शिकायत कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन से की. शिकायत मिलते ही विधायक काजी निजामुद्दीन धान केंद्र पर पहुंचे. इस दौरान वहां के सक्षम अधिकारी मौके से नदारद मिले. धान केंद्र के बकाया भुगतान को लेकर विधायक काजी निजामुद्दीन किसानों के साथ केंद्र स्थल पर ही धरने पर बैठ गए.
गौरतलब है कि धान खरीद का दस हजार कुंतल का कोटा पूरा हो चुका था. कोटे के मुताबिक किसानों से धान भी खरीद लिया गया. 147 कुंतल धान के दो लाख 35 हजार रुपए किसानों को भुगतान भी कर दिये गये. फिलहाल कोटे के हिसाब से ही धान को खरीदा गया है. पिछले करीब डेढ़ महीने का बकाया 9 करोड़ रुपया था. इसमें से 2 लाख 35 हजार का भुगतान किसानों को किया गया है. बकाया भुगतान को लेकर किसानों ने शिकायत कांग्रेस विधायक से की. शिकायत मिलते ही कांग्रेस विधायक सहकारी क्रय विक्रय केंद्र पर पहुंचे, जहां अधिकारी नदारद मिले. इस दौरान विधायक किसानों के साथ सहकारी क्रय-विक्रय केंद्र पर ही धरने पर बैठ गए.
विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने किसानों को धान का भुगतान 48 घंटों में किये जाने की घोषणा की है. लेकिन धरातल पर सरकार किसानों का शोषण कर रही है. वहीं, एक महीना बीत जाने के बाद भी किसानों को धान विक्रय का भुगतान नहीं मिल पा रहा है. ऐसी हालत में किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है. विधायक काजी निजामुद्दीन ने मांग की है कि जब तक किसानों का धान का भुगतान नहीं किया जाएगा तब तक वह केंद्र से नहीं उठेंगे.
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उन्होंने आरोप लगाया है कि एक महीने से किसानों को धान का भुगतान नहीं मिल पाया है. किसान रोजाना धान विक्रय केंद्रों पर चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन वहां के सक्षम अधिकारी नदारद मिलते हैं. इसकी वजह से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.