रुड़की: गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किए जाने से नाराज किसानों के समर्थन में गुरुवार को कांग्रेस के तीन विधायक रुड़की तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि गन्ने का पेराई सत्र आधे से ज्यादा बीत गया है, लेकिन सरकार ने अभीतक गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किया है. उन्होंने सरकार के मांग की है कि महंगाई के अनुपात में जल्द ही गन्ने का मूल्य घोषित किया जाए.
कांग्रेस विधायक काज़ी निजामुद्दीन, हाजी फुरकान अहमद और ममता राकेश ने गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित किए जाने की मांग को लेकर रुड़की तहसील परीसर में विरोध प्रदर्शन किया है. इस दौरान विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि कांग्रेस की हरीश रावत की सरकार में गन्ने का मूल्य 327 रुपये घोषित किया गया था. जिसके बाद 2017 में बीजेपी की सरकार बन गई थी, तब से लेकर आज तक सरकार ने गन्ने के मूल्य में एक रूपये की भी वृद्धि नहीं की है.
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उन्होंने कहा की महंगाई के चलते किसानो की आर्थिक स्थित दिन प्रति दिन खराब होती जा रही है. सरकार जल्दी ही गन्ने का मूल्य घोषित करे. इसी मांग को लेकर आज वह धरने पर बैठे हैं. अगर उनकी मांग जल्द पूरी नहीं होती तो वह इस आंदोलन को जन आंदोलन बनाने का काम करेंगे.
उन्होंने कहा डबल इंजन सरकार में जनता बेहाल है, बेरोजगार युवा नौकरियों की तलाश में भटक रहे हैं और किसान अपने हक-हकूक के लिए सड़कों पर हैं. लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है. प्रदेश की जनता बीजेपी की जनविरोधी नीतियों को जान चुकी है. ये जनता 2022 में बीजेपी को सबक सिखाएगी.