हरिद्वार: महाकुंभ 2021 की तैयारियों को लेकर मेलाधिकारी दीपक रावत की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कुंभ शुरू होने में कुछ ही दिन शेष हैं. ऐसे में साधु संतों की नाराजगी और अधूरे कुंभ निर्माण कार्य की वजह से वो सुर्खियों में पहले से ही बने हुए हैं. वहीं, अब नगर निगम की बोर्ड बैठक में उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया, जिसे मेयर सहित सभी पार्षदों ने एकमत से पास कर दिया.
हरिद्वार नगर निगम की बोर्ड बैठक में ऐसे कम ही प्रस्ताव पास हुए है, जिन पर दोनों दलों ने मिलकर सहमति जताई हो, लेकिन मेला अधिकारी दीपक रावत के खिलाफ बोर्ड की बैठक में सभी पार्षदों और मेयर के सुर एक समान में दिखाई दिए. कुंभ मेला अधिकारी को न सिर्फ संतों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि अब नगर निगम की नाराजगी भी झेलनी पड़ रही है.
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आपको बता दें कि हरिद्वार नगर निगम की हाल ही में बोर्ड बैठक में बीजेपी पार्षद द्वारा मेलाधिकारी के खिलाफ लाये गए निंदा प्रस्ताव को बोर्ड ने एक मत होकर पास कर दिया. बोर्ड बैठक की कार्यवाही पर मेयर अनिता शर्मा ने बताया कि बीजेपी से समर्थित पार्षद कृष्ण कुमार द्वारा मेला अधिकारी दीपक रावत के खिलाफ नगर निगम के पार्षदों, मेयर की अनदेखी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया था, जिसको बोर्ड के सभी पार्षदों, जिनमे कांग्रेस और बीजेपी के सभी पार्षद सम्मलित थे, उन्होंने निंदा प्रस्ताव का समर्थन करते हुए प्रस्ताव को पास किया.
वही, बोर्ड के नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल ने भी कहा कि मेला अधिकारी द्वारा कुंभ की किसी भी बैठक में अभी तक भी किसी पार्षद को नहीं बुलाया गया, ना उनसे कोई राय ली गई. जबकि कुंभ मेला हरिद्वार नगर निगम सीमा में ही आयोजित हो रहा है. उन्होंने कहा कि मेलाधिकारी द्वारा अभी तक मेला क्षेत्र की साफ सफाई के लिए सफाई कर्मी तक नहीं रखे गए हैं. केवल नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को ही मेले में लगाया गया है, जिससे क्षेत्र की सफाई व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है. जिस कारण बोर्ड में मेला अधिकारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया, जिसका सभी पार्षदों ने समर्थन किया.