रुड़की: शहीद सोनित कुमार सैनी को सैन्य सम्मान के साथ पैतृक गांव धनौरा में अंतिम विदाई दी गई. जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर घर लाया गया, सपूत के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान हर किसी की आंखें नम हो गईं. वहीं आस-पास के लोग शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाते दिखे. शहीद के निधन से पूरा गांव शोक संतप्त है. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गांव पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी.
इस मौके पर सीएम धामी ने गुवाहाटी में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हुए धनौरा निवासी सोनित सैनी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक में डूबे परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना भी की है.
इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि शहीद के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी. इसके बाद पूरे सैनिक सम्मान के साथ गांव के ही श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, कलियर विधायक फुरकान अहमद, ज्वालापुर से विधायक सुरेश राठौर और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी.
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रुड़की के धनौरा गांव का रहने वाले सोनित कुमार सैनी (38) पुत्र सुखबीर सिंह सैनी की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. सोनित कुमार सैनी भारतीय सेना में गुवाहाटी में तैनात थे. सोनित कुमार सैनी कुछ दिनों पहले ही छुट्टी मनाने के बाद अपनी ड्यूटी पर लौटे थे. जानकारी के मुबातिक सोनित अपने साथी जवानों के साथ गुवाहाटी से अन्य स्थान पर जा रहे थे. तभी बीच रास्ते में उनकी गाड़ी पलट गई और गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
उसके बाद घायल सोनित कुमार सैनी को सैनिक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां 11 अक्टूबर की शाम को उपचार के दौरान उन्होंने दम दोड़ दिया. सोनित कुमार की शादी देवबंद निवासी रूबी सैनी के साथ हुई थी. सोनित के दो बेटे शौर्य (12) और सौरभ (8) साल हैं. आज सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी.