हरिद्वार: बसंत पंचमी का त्योहार नजदीक है और हरिद्वार में जमकर पतंगबाजी हो रही है. मगर इस पतंगबाजी की वजह से मासूम पक्षियों को अपनी जान तक गंवानी पड़ रही है. क्योंकि जिस चाइनीज मांझे से पक्षियों को जान गंवानी पड़ रही है, वह प्लास्टिक से बना हुआ है. हरिद्वार में चाइनीस मांझे को बेचना प्रतिबंधित है. मगर इसके बावजूद भी धड़ल्ले से हरिद्वार के बाजारों में चाइनीस मांझा बेचा जा रहा है. यह मांझा पक्षियों के लिए भी काफी खतरनाक साबित हो रहा है.
बता दें कि चाइनीस मांझे की वजह से पक्षी भी अब काफी परेशान होने लगे हैं. चाइनीज मांझे में फंसकर मासूम पक्षी अपनी जान गंवा रहे हैं. डीएफओ आकाश वर्मा का कहना है कि हरिद्वार में जो चाइनीस मांझा बेचा जा रहा है वह काफी सस्ता है और प्लास्टिक से बना हुआ है. इसलिए लोगों के लिए खरीदना काफी आसान तो है लेकिन खतरनाक भी. मांझा टूटता नहीं है. यह धागा पक्षियों के पंखों में और पैरों में उलझ जाता है.
डीएफओ आकाश वर्मा ने बताया कि अब तक हमने कई पक्षियों को रेस्क्यू कर उनका उपचार किया है. जिनमें अभी तक छह चील, दो बत्तख और तीन उल्लूओं का इलाज किया गया है, जो काफी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके अलावा अभी एक मोर का इलाज किया जा रहा है, उसकी गर्दन में काफी चोटें आई थी.
डीएफओ वर्मा ने लोगो से अपील की है लोग चाइनीस मांझे का उपयोग न करें क्योंकि यह पहले ही प्रतिबंधित है. हमें चाइनीस मांझे से परहेज करना चाहिए, ताकि पक्षियों की जान बचाई जा सके. मगर अब देखना बाकी है कि क्या लोग पक्षियों की जान बचाने के लिए इस चाइनीज मांझे की प्रयोग बंद करते है या नहीं ?