हरिद्वार: जूना अखाड़ा के माया देवी मंदिर में आज पवित्र छड़ी यात्रा का विधिवत समापन हो गया. इस मौके पर संतों का स्वागत करने के लिए कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद उपस्थित रहे. अब हरिद्वार की अधिष्ठात्री मां माया देवी के मंदिर में अगली यात्रा तक पवित्र छड़ी विश्राम करेगी.
आपको बता दें कि लगभग 70 साल से पहले बागेश्वर से प्रारंभ होने वाली यह पौराणिक छड़ी यात्रा कतिपय कारणों से स्थगित हो गयी थी लेकिन 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व अखाड़ों के संयुक्त प्रयास से इसे फिर से शुरू किया गया है. जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरी महाराज ने कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देना, दुर्गम क्षेत्रों में सभी तरह की जरूरी व्यवस्थाओं को उपलब्ध कराना और राज्य में बढ़ रहे पलायन को रोकना है.
प्रेम गिरी महाराज ने सरकार से मांग है कि सरकार दुर्गम क्षेत्रों में चिकित्सा जैसी और दूसरी मूलभूत सभी सुविधाएं उपलब्ध कराया जाएं, ताकि रोजगार को बढ़ावा मिले. इसके साथ ही प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, ताकि राज्य के पहाड़ों पर हो रहे पलायन को रोका जा सके.
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बता दें, जूना अखाड़े की ओर से 20 सितंबर को मां माया देवी मंदिर से इस छड़ी यात्रा का आगाज किया गया था. जूना अखाड़े के कई संत और भक्तगण परंपरागत रूप से गढ़वाल और कुमाऊं के सभी महत्वपूर्ण मंदिरों में इस पवित्र छड़ी को ले गए. इस दौरान इस छड़ी यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया.