रुड़की: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को अब कुछ ही वक्त बचा है. ऐसे में सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं. इस बीच कांग्रेस संगठन ने चौधरी राजेन्द्र सिंह को प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है, जिस पर चौधरी राजेन्द्र सिंह (Chaudhary Rajendra Singh ) ने स्थानीय पदाधिकारियों ने हाईकमान का आभार जताया है. इस मौके पर उन्होंने दावा किया है कि इस बार प्रदेश में कांग्रेस की पूर्णबहुमत की सरकार आ रही है. हालांकि, रुड़की से कांग्रेस के प्रत्याशी यशपाल राणा (Roorkee Congress candidate Yashpal Rana) के एक बयान पर सवाल पूछने पर कांग्रेस पदाधिकारी बगले झांकते नजर आए.
नवनियुक्त प्रदेश महासचिव चौधरी राजेन्द्र सिंह ने कहा कि संगठन उनको जो जिम्मेदारी सौंपी है, उस पर वो खरा उतरने का प्रयास करेंगे. वह कांग्रेस के समर्पित सिपाही हैं. पार्टी में विभिन्न दायित्वों पर रहकर पार्टी को मजबूत करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आ रही है. जनता बीजेपी की नीतियां समझ चुकी है और अब बीजेपी को सबक सिखाने के लिए तैयार है.
मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि चौधरी राजेन्द्र सिंह को प्रदेश महासचिव बनाये जाने से क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में उनका अहम योगदान होगा. निजामुद्दीन ने कहा कि जो पदाधिकारी या कार्यकर्ता कांग्रेस प्रत्याशी के लिए कार्य नहीं करेगा. उसके ऊपर संगठन की कड़ी निगाह है. इस प्रकार की शिकायत मिलने पर कांग्रेस हाईकमान उसके ऊपर कड़ी कार्रवाई करेगा.
पूर्व मंत्री रामसिंह सैनी ने कहा कि बीजेपी ने जनता से किए वादों को पूरा नहीं किया है. केंद्र की बीजेपी सरकार ने देश की सम्पत्तियों और संस्थाओं को बेचने का काम किया है. जनता अब बीजेपी के रणनीतिओं को समझ चुकी है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए तैयार है.
पढ़ें- Uttarakhand Election: आचार संहिता के दौरान साढ़े 6 करोड़ की नशा सामग्री पकड़ी, कई जिला बदर
कांग्रेस प्रत्याशी यशपाल राणा का बयान: रुड़की से कांग्रेस प्रत्याशी यशपाल राणा ने कार्यालय उद्घाटन के अवसर पर बयान दिया था कि रुड़की का चुनाव कांग्रेस-भाजपा का नहीं बल्कि राणा और बत्रा के बीच है. वहीं, इस बयान के आने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और लोगों में सुगबुगाहट शुरू हो गई थी कि जब राणा को अपने दम पर चुनाव लड़ना था तो कांग्रेस के टिकट के लिए इतनी जद्दोजहद क्यों की ? इस बारे में जब कांग्रेस के राष्ट्रीय और प्रदेश महासचिव से पूछा गया तो वह बगले झांकते नजर आए और बोले कि उन्होंने वह बयान नहीं सुना है.