हरिद्वार: कोतवाली रानीपुर पुलिस ने तहरीर और सबूतों के आधार पर एक प्रॉपर्टी डीलर सहित 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इन सभी पर एक होटल कारोबारी अमित पंजवानी के खाली पड़े प्लाट पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप है. एक आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी कई मुकदमे दर्ज हैं.
जानकारी के अनुसार, होटल कारोबारी अमित पंजवानी ने पुलिस को तहरीर दी है कि, टिहरी विस्थापित कॉलोनी में उन्होंने साल 2008 में एक अप्रूव्ड कॉलोनी में प्लॉट संख्या 116 खरीदा था. साल 2019 नवंबर तक उन्होंने प्लॉट की देखरेख की लेकिन इसी दौरान उनके पिता की तबीयत खराब हो गई और वो उनके उपचार के सिलसिले में बाहर चले गए. इसी दौरान देश में कोविड वायरस फैला और वो करीब दो साल तक अपने प्लॉट पर नहीं जा सके. अब 2022 में जाकर जब वो अपने प्लॉट पर पहुंचे तो देखा कि उनके प्लॉट पर अवैध कब्जा हो चुका था.
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पुलिस को दी शिकायत में अमित ने बताया कि, रुड़की के प्रॉपर्टी डीलर योगेश धीमान ने राशिद नामक व्यक्ति सहित कुल सात लोगों के साथ मिलकर ये पूरा प्लॉन रचा. इन लोगों ने एक व्यक्ति को महिला दिखाकर फर्जी दस्तावेज बनवाए और प्लॉट की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली.
हालांकि, जिसे इन लोगों ने किशोरी नामक महिला दिखाया वो वास्तव में पुरुष निकला, जो मूल रूप से टिहरी गढ़वाल और वर्तमान में पटेलनगर देहरादून में रहता है. इस व्यक्ति को पूर्व में टिहरी विस्थापित कॉलोनी में प्लॉट आवंटित हुआ था, जिसकी संख्या 105 थी. जिसे उसने दिल्ली की एक पार्टी को पूर्व में बेच दिया था. रिहायशी प्लॉट होने के कारण दिल्ली वाले आदमी ने अपने प्लॉट का दाखिल खारिज नहीं कराया था. इसी का फायदा उठाकर इस जमीन के फर्जी कागज दिखाकर पूरा खेल रचा गया.
आरोप है कि उस समय अमित पंजवानी का प्लॉट भी खाली था. इस खाली पड़े प्लॉट पर कब्जा करने के लिए इन लोगों ने फर्जी महिला का सहारा लिया. कागजों में किशोरी नामक पुरुष को महिला (पत्नी बैसाखू) बताया गया. फर्जी कागजातों के आधार पर तहसील में फर्जी रजिस्ट्री भी करवा ली. इस फर्जी रजिस्ट्री के आधार पर वो अमित के प्लॉट पर काबिज हो गए.
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इतना ही नहीं, इन लोगों ने अमित के खाली प्लॉट पर इस दौरान पक्का निर्माण भी करा लिया. वहीं, वहीं, कोतवाली रानीपुर इंचार्ज ने बताया कि इस फर्जीवाड़े के मामले में राशिद, योगेश, रियासत, ओमप्रकाश, प्रदीप कुमार, राज कुमार और किशोरी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.