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कोरोना ने ठप हुआ कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार - कोल्ड ड्रिंक कारोबार पर कोरोना का असर

कोरोनाकाल में आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक का कारोबार पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. कोल्ड ड्रिंक कारोबारी का कहना है कि कोरोना ने 80 प्रतिशत कारोबार ठप कर दिया है. उन्हें सरकार से मदद की उम्मीद है.

कोरोना ने ठप किया आइसक्रीम कारोबार
कोरोना ने ठप किया आइसक्रीम कारोबार
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Published : Jun 3, 2021, 1:26 PM IST

रुड़की: बीते साल की तरह इस सीजन में भी कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार पूरी तरह से कोरोना महामारी की चपेट में आ गया है. कोरोना काल में एक तो लॉकडाउन और दूसरी स्वास्थ्य चिंताओं को लेकर लोगों ने कोल्ड ड्रिंक से दूरी बना रखी है. जिसका सीधा असर कोल्ड ड्रिंक के कारोबार पर पड़ा है. कोरोना महामारी से 80 प्रतिशत आइस्क्रीम और कोल्ड ड्रिंक का कारोबार प्रभाव ठप हो गया है. व्यापारियों की मानें तो आने वाले दिनों में इसके पटरी पर लौटने की उम्मीद कम ही दिखाई देती है.

कोरोना ने ठप हुआ कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार.

व्यापारियों का कहना है कि मार्च से लेकर जून तक कोल्ड ड्रिंक के कारोबार की सबसे बंपर डिमांड होती थी. इन महीनों में ही कंपनियों, डिस्ट्रीब्यूटरों के टारगेट भी पूरे हो जाते थे, लेकिन कोविड काल के चलते कारोबार 20 प्रतिशत तक सीमित रह गया है.

कोरोना ने ठप किया 80 प्रतिशत आइसक्रीम कारोबार
ठप हुआ कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार.

20 प्रतिशत ही बचा है आइसक्रीम का कारोबार

रुड़की के कोल्ड ड्रिंक व्यापारी राहुल गर्ग ने बताया कि अमूमन कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम साल भर बिकती है, लेकिन गर्मियां शुरू होने के साथ ही इनकी बंपर डिमांड होती थी, लेकिन कोरोना के चलते एहतियातन लोगों ने इनसे दूरी बना ली है. जिसके चलते अब रोजी रोटी का संकट भी खड़ा होने लगा है. उन्होंने बताया कि पिछले साल भी कोरोना के चलते कारोबार पूरी तरह से बन्द रहा और इस साल भी कारोबार ना के बराबर है. उन्होंने कहा कि कारोबार बंद है, लेकिन काम करने वाले मजदूरों से लेकर बिजली का बिल व अन्य खर्च अनवरत जारी है. यह लगातार दूसरा साल है, जब कोल्ड ड्रिंक का काम प्रभावित हुआ है.

लगातार दूसरे साल प्रभावित रहा आइसक्रीम कारोबार
लगातार दूसरे साल प्रभावित रहा आइसक्रीम कारोबार

पढ़ें: रुड़की में आंधी-तूफान ने आम की फसल को पहुंचाया भारी नुकसान

आइस्क्रीम कारोबारी अनिल अरोड़ा व सुभाष अरोड़ा का कहना है कि कोरोनाकाल में लोग ऐसी चीजों से परहेज कर रहे हैं. ऐसे में आइसक्रीम का कारोबार प्रभावित हो रहा है. आलम यह है कि लागत भी पूरा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले साल भी लाखों रुपयों का नुकसान हुआ था, इस साल भी यही स्थिति है. ऐसे हालात में वो चाहते हैं कि सरकार कारोबारियों की मदद करें.
डॉक्टरों की क्या है राय?

सिविल अस्पताल रुड़की के सीएमएस संजय कंसल कहते हैं कि उनका मानना है कि लोगों को कोल्ड ड्रिंक से दूरी बना कर रखनी चाहिए. उनका कहना है कि बाजार में इतने पेय पदार्थ मौजूद हैं जो लोगों को इसकी जरूरत महसूस नहीं होनी चाहिए. उन्हें हमेशा कोल्ड ड्रिंक के विकल्प के तौर पर लस्सी, छाछ, ताजा मठ्ठा नारियल पानी आदि चीजों का सेवन करना चाहिए.

रुड़की: बीते साल की तरह इस सीजन में भी कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार पूरी तरह से कोरोना महामारी की चपेट में आ गया है. कोरोना काल में एक तो लॉकडाउन और दूसरी स्वास्थ्य चिंताओं को लेकर लोगों ने कोल्ड ड्रिंक से दूरी बना रखी है. जिसका सीधा असर कोल्ड ड्रिंक के कारोबार पर पड़ा है. कोरोना महामारी से 80 प्रतिशत आइस्क्रीम और कोल्ड ड्रिंक का कारोबार प्रभाव ठप हो गया है. व्यापारियों की मानें तो आने वाले दिनों में इसके पटरी पर लौटने की उम्मीद कम ही दिखाई देती है.

कोरोना ने ठप हुआ कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार.

व्यापारियों का कहना है कि मार्च से लेकर जून तक कोल्ड ड्रिंक के कारोबार की सबसे बंपर डिमांड होती थी. इन महीनों में ही कंपनियों, डिस्ट्रीब्यूटरों के टारगेट भी पूरे हो जाते थे, लेकिन कोविड काल के चलते कारोबार 20 प्रतिशत तक सीमित रह गया है.

कोरोना ने ठप किया 80 प्रतिशत आइसक्रीम कारोबार
ठप हुआ कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार.

20 प्रतिशत ही बचा है आइसक्रीम का कारोबार

रुड़की के कोल्ड ड्रिंक व्यापारी राहुल गर्ग ने बताया कि अमूमन कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम साल भर बिकती है, लेकिन गर्मियां शुरू होने के साथ ही इनकी बंपर डिमांड होती थी, लेकिन कोरोना के चलते एहतियातन लोगों ने इनसे दूरी बना ली है. जिसके चलते अब रोजी रोटी का संकट भी खड़ा होने लगा है. उन्होंने बताया कि पिछले साल भी कोरोना के चलते कारोबार पूरी तरह से बन्द रहा और इस साल भी कारोबार ना के बराबर है. उन्होंने कहा कि कारोबार बंद है, लेकिन काम करने वाले मजदूरों से लेकर बिजली का बिल व अन्य खर्च अनवरत जारी है. यह लगातार दूसरा साल है, जब कोल्ड ड्रिंक का काम प्रभावित हुआ है.

लगातार दूसरे साल प्रभावित रहा आइसक्रीम कारोबार
लगातार दूसरे साल प्रभावित रहा आइसक्रीम कारोबार

पढ़ें: रुड़की में आंधी-तूफान ने आम की फसल को पहुंचाया भारी नुकसान

आइस्क्रीम कारोबारी अनिल अरोड़ा व सुभाष अरोड़ा का कहना है कि कोरोनाकाल में लोग ऐसी चीजों से परहेज कर रहे हैं. ऐसे में आइसक्रीम का कारोबार प्रभावित हो रहा है. आलम यह है कि लागत भी पूरा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले साल भी लाखों रुपयों का नुकसान हुआ था, इस साल भी यही स्थिति है. ऐसे हालात में वो चाहते हैं कि सरकार कारोबारियों की मदद करें.
डॉक्टरों की क्या है राय?

सिविल अस्पताल रुड़की के सीएमएस संजय कंसल कहते हैं कि उनका मानना है कि लोगों को कोल्ड ड्रिंक से दूरी बना कर रखनी चाहिए. उनका कहना है कि बाजार में इतने पेय पदार्थ मौजूद हैं जो लोगों को इसकी जरूरत महसूस नहीं होनी चाहिए. उन्हें हमेशा कोल्ड ड्रिंक के विकल्प के तौर पर लस्सी, छाछ, ताजा मठ्ठा नारियल पानी आदि चीजों का सेवन करना चाहिए.

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