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बाबा रामदेव बोले- ड्रग माफिया के मंसूबे हुए नाकाम, आयुष मंत्रालय ने लगाई कोरोनिल पर मुहर

बाबा रामदेव ने कहा कि यह दवा कोरोना के मरीजों के लिए कारगर साबित होगी और इससे कोरोना के मरीजों को काफी राहत मिलेगी. अब यह दवाई पूरे देश में हर पतंजलि स्टोर पर मिलेगी.

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Published : Jul 1, 2020, 7:10 PM IST

Updated : Jul 1, 2020, 7:46 PM IST

हरिद्वारः कोरोना वायरस की दवाई बनाने का दावा करने के बाद से पतंजलि योगपीठ की मुश्किलें बढ़ गई थी. आयुष मंत्रालय पतंजलि द्वारा बनाई गई कोरोनिल दवा के प्रचार पर रोक लगा चुकी थी. हालांकि अब ये रोक हट चुकी है. इसे लेकर बाबा रामदेव ने दवा के ऊपर भ्रामक प्रचार करने वालों पर करारा प्रहार किया है. बाबा रामदेव ने कहा कि यह दवा कोरोना के मरीजों के लिए कारगर साबित होगी और इससे कोरोना के मरीजों को काफी राहत मिलेगी. अब यह दवाई पूरे देश में हर पतंजलि स्टोर पर मिलेगी.

कोरोनिल दवा को बैन कराने के पीछे ड्रग माफिया

बाबा रामदेव का कहना है कि इस दवा को लेकर जो भी विवाद था, वह खत्म हो गया है. आज से कोरोनिल और श्वासारी वटी मिलनी प्रारंभ हो जाएगी. बाबा रामदेव ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने भी माना है कि कोरोना को लेकर पतंजलि द्वारा किया गया कार्य काफी सराहनीय है और इसको आगे करने की आवश्यकता है.

बाबा रामदेव का कहना है कि जिन लोगों में दुर्बुद्धि और दुर्भावना थी और जो लोग योग आयुर्वेद से नफरत करते हैं. उनके मंसूबे थे कि दवा बैन होनी चाहिए, मगर उनके मंसूबे पूरे नहीं हुए. जो लोग कोरोना बीमारी से तड़प रहे हैं, यह दवा उनके लिए आशा की उम्मीद है. दवाई के नाम को लेकर जो विवाद खड़ा हो रहा था, वह जल्दी खत्म हो जाएगा, क्योंकि सत्य तथ्यों पर आधारित होता है. अब सभी लोग इस दवा का सेवन कर सकेंगे और इससे अपनी इम्यूनिटी बढ़ाकर कोरोना को मात देंगे.

पढ़ेंः योगगुरु बाबा रामदेव बोले- चीन का दूसरा नाम ही 'महामारी'

बाबा रामदेव ने आगे कहा कि इस दवा को बैन कराने के लिए ड्रग माफिया की पूरी लौबी लगी हुई थी, क्योंकि वह 500 की एक गोली बेच रहे थे और कॉपी फार का इंजेक्शन 5000 का. हमने 535 में इस दवाई को लोगों तक पहुंचा दिया है. हमारी इस दवाई से पूरा परिवार ठीक हो सकता है. इससे बड़ा पुण्य का काम क्या हो सकता है? लोगों ने हमारी किट के ऊपर बहुत कोहराम मचाया था, इसलिए हमने इस किट का नाम बदलकर कोरोनिल किट कर दिया. अब इस दवा के और ट्रायल चलेंगे और सिर्फ कोरोनिल पर ही नहीं उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अस्थमा अर्थराइटिस, हैपेटाइटिस और डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू जैसे लोगों के लिए भी दवाई बनाई हुई है. उसके भी एनिमल ट्रायल पूरे हो चुके हैं. अब क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल इंसानों पर होने शुरू हो गए हैं. अभी तो हमने सिर्फ एक ही धमाका किया है, आगे और बड़े धमाके किए जाएंगे.

बाबा रामदेव ने कहा कि आयुर्वेदिक में वैक्सीन नहीं होती है. इसको आयुर्वेद की औषधि कहते हैं. श्वासारी कोरोनिल कोरोना मैनेजमेंट के लिए है. जिन कोरोना मरीजों ने इस दवा को खाया, वे 7 दिन में नेगेटिव पाए गए हैं. बाबा रामदेव का कहना है कि जिनको कोरोना नहीं है वह भी इस दवा को खा सकते हैं और जिसको कोरोना हो गया है, वह भी दवा को खाकर कोरोना से जंग जीत सकता है.

हरिद्वारः कोरोना वायरस की दवाई बनाने का दावा करने के बाद से पतंजलि योगपीठ की मुश्किलें बढ़ गई थी. आयुष मंत्रालय पतंजलि द्वारा बनाई गई कोरोनिल दवा के प्रचार पर रोक लगा चुकी थी. हालांकि अब ये रोक हट चुकी है. इसे लेकर बाबा रामदेव ने दवा के ऊपर भ्रामक प्रचार करने वालों पर करारा प्रहार किया है. बाबा रामदेव ने कहा कि यह दवा कोरोना के मरीजों के लिए कारगर साबित होगी और इससे कोरोना के मरीजों को काफी राहत मिलेगी. अब यह दवाई पूरे देश में हर पतंजलि स्टोर पर मिलेगी.

कोरोनिल दवा को बैन कराने के पीछे ड्रग माफिया

बाबा रामदेव का कहना है कि इस दवा को लेकर जो भी विवाद था, वह खत्म हो गया है. आज से कोरोनिल और श्वासारी वटी मिलनी प्रारंभ हो जाएगी. बाबा रामदेव ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने भी माना है कि कोरोना को लेकर पतंजलि द्वारा किया गया कार्य काफी सराहनीय है और इसको आगे करने की आवश्यकता है.

बाबा रामदेव का कहना है कि जिन लोगों में दुर्बुद्धि और दुर्भावना थी और जो लोग योग आयुर्वेद से नफरत करते हैं. उनके मंसूबे थे कि दवा बैन होनी चाहिए, मगर उनके मंसूबे पूरे नहीं हुए. जो लोग कोरोना बीमारी से तड़प रहे हैं, यह दवा उनके लिए आशा की उम्मीद है. दवाई के नाम को लेकर जो विवाद खड़ा हो रहा था, वह जल्दी खत्म हो जाएगा, क्योंकि सत्य तथ्यों पर आधारित होता है. अब सभी लोग इस दवा का सेवन कर सकेंगे और इससे अपनी इम्यूनिटी बढ़ाकर कोरोना को मात देंगे.

पढ़ेंः योगगुरु बाबा रामदेव बोले- चीन का दूसरा नाम ही 'महामारी'

बाबा रामदेव ने आगे कहा कि इस दवा को बैन कराने के लिए ड्रग माफिया की पूरी लौबी लगी हुई थी, क्योंकि वह 500 की एक गोली बेच रहे थे और कॉपी फार का इंजेक्शन 5000 का. हमने 535 में इस दवाई को लोगों तक पहुंचा दिया है. हमारी इस दवाई से पूरा परिवार ठीक हो सकता है. इससे बड़ा पुण्य का काम क्या हो सकता है? लोगों ने हमारी किट के ऊपर बहुत कोहराम मचाया था, इसलिए हमने इस किट का नाम बदलकर कोरोनिल किट कर दिया. अब इस दवा के और ट्रायल चलेंगे और सिर्फ कोरोनिल पर ही नहीं उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अस्थमा अर्थराइटिस, हैपेटाइटिस और डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू जैसे लोगों के लिए भी दवाई बनाई हुई है. उसके भी एनिमल ट्रायल पूरे हो चुके हैं. अब क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल इंसानों पर होने शुरू हो गए हैं. अभी तो हमने सिर्फ एक ही धमाका किया है, आगे और बड़े धमाके किए जाएंगे.

बाबा रामदेव ने कहा कि आयुर्वेदिक में वैक्सीन नहीं होती है. इसको आयुर्वेद की औषधि कहते हैं. श्वासारी कोरोनिल कोरोना मैनेजमेंट के लिए है. जिन कोरोना मरीजों ने इस दवा को खाया, वे 7 दिन में नेगेटिव पाए गए हैं. बाबा रामदेव का कहना है कि जिनको कोरोना नहीं है वह भी इस दवा को खा सकते हैं और जिसको कोरोना हो गया है, वह भी दवा को खाकर कोरोना से जंग जीत सकता है.

Last Updated : Jul 1, 2020, 7:46 PM IST
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