हरिद्वार: कोरोना वायरस का असर चारधाम यात्रा पर पड़ता दिख रहा है. देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं ने एडवांस बुकिंग रद्द कर दी है. जिसकी वजह से टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन मैक्सी टैक्सी ट्रांसपोर्टेशन के पदाधिकारियों ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखा है.
उन्होंने कहा कि उनकी परेशानियों को देखते हुए राज्य सरकार सभी मोटर वाहनों का एक साल का पैसेंजर व रोड टैक्स माफ करे. वहीं मोटर चालकों को 10 हजार की आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की जाए और बीमा कंपनियों को भी निर्देशित किया जाए कि 6 महीने के लिए बीमा योजनाओं की किश्तें भी स्थगित करें.
उत्तराखंड मैक्सी टैक्सी महासंघ टूर एंड ट्रेवल एसो. के प्रदेश संरक्षक संजय चोपड़ा का कहना है कि उत्तराखंड में मैक्सी टैक्सी एक जीवन रेखा के समान है. अक्टूबर दिसंबर में गाड़ियों की बुकिंग की गई थी. लेकिन कोरोना वायरस की वजह से प्रदेश में लॉकडाउन कर दिया गया. जिससे सारी बुकिंग निरस्त हो गई है.
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उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश भर में लगभग 28 से 29 हजार मैक्सी- टैक्सी मोटर वाहन हैं जो उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर ही निर्भर रहकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. इसके दृष्टिगत आबादी के क्षेत्र से अगर देखा जाए तो उत्तराखंड में लगभग 3 से 3.30 लाख परिवार मोटर व्यवसाय ही है.
इनकी परेशानी को देखते हुए सरकार को प्रत्येक चालक के खाते में 10 हजार रुपए की अनुदान राशि के साथ सभी मोटर संचालकों, मालिकों की मैक्सी टैक्सी मोटर वाहनों का एक साल का रोड टैक्स व पैसेंजर टैक्स माफ किया जाए. इसके साथ ही जो हमारी बीमा योजना चल रही है इसमें बीमा कंपनियां छह महीने के बीमा को निरस्त करें.
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ट्रांसपोर्ट एसो. के अध्यक्ष गिरीश भाटिया का कहना है कि मंगलवार की बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है कि पूरे प्रदेश में 28 हजार मैक्सी टैक्सी और गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर हैं. इसके साथ ही सभी का परिवार है, इससे 3 से 4 लाख लोग प्रभावित हो रहे हैं. क्योंकि 25 तारीख से चार धाम यात्रा चलनी थी. लेकिन लॉकडाउन लागू होने की वजह से बुकिंग कैंसिल हो गई है. जिससे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हमारा एक साल का टोल टैक्स और 6 महीने का बीमा और इसके साथ ड्राइवरों के खाते में अनुदान राशि दी जाए.