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पानी के बिल के 1.72 करोड़ उड़ा गया था प्रधान सहायक बिंदर कुमार, अब हुई घर की कुर्की - Attachment of house of Principal Assistant Binder Kumar accused of embezzlement

लक्सर पुलिस ने जल संस्थान के प्रधान सहायक बिंदर कुमार के घर कुर्की की कार्रवाई की. प्रधान सहायक बिंदर कुमार पर जल संस्थान में गबन का मामला चल रहा है. आरोप है कि प्रधान सहायक बिंदर कुमार ने विभाग में करीब 1.72 करोड़ का घपला किया है.

Laksar Police
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Published : Apr 19, 2022, 3:04 PM IST

Updated : Apr 19, 2022, 3:19 PM IST

लक्सर: कोर्ट के आदेश पर लक्सर कोतवाली पुलिस ने जल संस्थान के प्रधान सहायक बिंदर कुमार के घर कुर्की की कार्रवाई की. बिंदर कुमार पर 1.72 करोड़ रुपए का गबन का आरोप है. बिंदर कुमार के खिलाफ लक्सर कोतवाली में जनवरी 2021 से मुकदमा दर्ज है. तभी से आरोपी बिंदर कुमार फरार है, जिसको पुलिस अभीतक नहीं ढूंढ पाई है. इसीलिए आरोपी के खिलाफ मंगलवार को कुर्की की कार्रवाई की गई.

जल संस्थान की लक्सर डिवीजन के तत्कालीन सहायक अभियंता राजेश कुमार की ओर से जनवरी 2021 में लक्सर कोतवाली में डिवीजन में प्रधान सहायक के पद पर तैनात आरोपित बिंदर कुमार निवासी मिरगपुर थाना देवबंद जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. मुकदमे में बताया गया था कि जल संस्थान कार्यालय लक्सर में तैनाती के दौरान बिंदर कुमार के पास लक्सर के अलावा लंढौरा, मंगलौर और भगवानपुर आदि डिवीजन की भी जिम्मेदारी थी.
पढें- हरिद्वार: सिडकुल पुलिस ने दो शातिर चोरों को दबोचा, चोरी का सामान बरामद

आरोप है कि बिंदर कुमार ने इस दौरान बिल के रूप से उपभोक्ताओं से करीब 1.72 करोड़ रुपए की वसूली की. लेकिन इस धनराशि को बिंदर कुमार ने जल संस्थान के खाते में जमा नहीं कराया, जबकि उसने पूरी राशि का गबन कर लिया. विभागीय खातों में जमा धनराशि और उपभोक्ताओं से प्राप्त बिलों में भारी अंतर पाए जाने पर विभाग की ओर से मामले की गहनता से जांच कराई गई तो गबन का खुलासा हुआ.

बताया गया कि विभाग की ओर से जवाब-तलब करने के साथ ही नोटिस जारी किए जाने पर बिंदर कुमार ने अपनी गलती स्वीकारते हुए गबन की गई धनराशि में से 7.50 लाख रुपये की धनराशि विभाग के खाते में जमा करा दी थी, लेकिन शेष एक करोड़ 64 लाख 66 हजार 100 रुपये की धनराशि उसने विभाग को वापस नहीं की. जिसके बाद आरोपित प्रधान सहायक को संस्पेड कर दिया गया था.
पढ़ें- CISF जवानों ने चोरी करते 4 लोगों को रंगेहाथ पकड़ा, रानीपुर कोतवाली को सौंपा

मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी, लेकिन एक साल से अधिक का समय बीतने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका. मामले की जांच कर रहे लक्सर कोतवाली के एसएसआई मनोज सिरोला का कहना है कि आरोपी की तलाश में उसके ठिकानों पर लगातार दबिश दी गयी. लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका. यही कारण है कि पुलिस ने आरोपी के घर की कुर्की के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था. दो महीने पहले कुर्की की प्रक्रिया शुरू की गई थी. अब कोर्ट से कुर्की के आदेश मिलने के बाद प्रधान सहायक के घर की कुर्की कर ली गयी है. एसएसआई मनोज सिरौला ने बताया कि आरोपित के घर की कुर्की कर सामान लक्सर कोतवाली में जमा कराया गया है.

लक्सर: कोर्ट के आदेश पर लक्सर कोतवाली पुलिस ने जल संस्थान के प्रधान सहायक बिंदर कुमार के घर कुर्की की कार्रवाई की. बिंदर कुमार पर 1.72 करोड़ रुपए का गबन का आरोप है. बिंदर कुमार के खिलाफ लक्सर कोतवाली में जनवरी 2021 से मुकदमा दर्ज है. तभी से आरोपी बिंदर कुमार फरार है, जिसको पुलिस अभीतक नहीं ढूंढ पाई है. इसीलिए आरोपी के खिलाफ मंगलवार को कुर्की की कार्रवाई की गई.

जल संस्थान की लक्सर डिवीजन के तत्कालीन सहायक अभियंता राजेश कुमार की ओर से जनवरी 2021 में लक्सर कोतवाली में डिवीजन में प्रधान सहायक के पद पर तैनात आरोपित बिंदर कुमार निवासी मिरगपुर थाना देवबंद जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. मुकदमे में बताया गया था कि जल संस्थान कार्यालय लक्सर में तैनाती के दौरान बिंदर कुमार के पास लक्सर के अलावा लंढौरा, मंगलौर और भगवानपुर आदि डिवीजन की भी जिम्मेदारी थी.
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आरोप है कि बिंदर कुमार ने इस दौरान बिल के रूप से उपभोक्ताओं से करीब 1.72 करोड़ रुपए की वसूली की. लेकिन इस धनराशि को बिंदर कुमार ने जल संस्थान के खाते में जमा नहीं कराया, जबकि उसने पूरी राशि का गबन कर लिया. विभागीय खातों में जमा धनराशि और उपभोक्ताओं से प्राप्त बिलों में भारी अंतर पाए जाने पर विभाग की ओर से मामले की गहनता से जांच कराई गई तो गबन का खुलासा हुआ.

बताया गया कि विभाग की ओर से जवाब-तलब करने के साथ ही नोटिस जारी किए जाने पर बिंदर कुमार ने अपनी गलती स्वीकारते हुए गबन की गई धनराशि में से 7.50 लाख रुपये की धनराशि विभाग के खाते में जमा करा दी थी, लेकिन शेष एक करोड़ 64 लाख 66 हजार 100 रुपये की धनराशि उसने विभाग को वापस नहीं की. जिसके बाद आरोपित प्रधान सहायक को संस्पेड कर दिया गया था.
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मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी, लेकिन एक साल से अधिक का समय बीतने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका. मामले की जांच कर रहे लक्सर कोतवाली के एसएसआई मनोज सिरोला का कहना है कि आरोपी की तलाश में उसके ठिकानों पर लगातार दबिश दी गयी. लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका. यही कारण है कि पुलिस ने आरोपी के घर की कुर्की के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था. दो महीने पहले कुर्की की प्रक्रिया शुरू की गई थी. अब कोर्ट से कुर्की के आदेश मिलने के बाद प्रधान सहायक के घर की कुर्की कर ली गयी है. एसएसआई मनोज सिरौला ने बताया कि आरोपित के घर की कुर्की कर सामान लक्सर कोतवाली में जमा कराया गया है.

Last Updated : Apr 19, 2022, 3:19 PM IST
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