हरिद्वार: कोरोना महामारी के चलते आशा कार्यकत्रियों को घर-घर जाकर सर्वे करने की जिम्मेदारी दी गयी है. लेकिन गुरुवार को आशा कार्यकत्रियों ने सर्वे के काम को लेकर विरोध जताया है. वहीं आशा कार्यकत्रियों ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला अधिकारी के नाम कलेक्ट्रेट में मौजूद रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा.
आशा कार्यकत्रियों का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते सर्वे का कार्य वे तब तक नहीं करेंगे, जब तक सरकार उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस पहल नहीं करती है. साथ ही उन्होंने सर्वे का भत्ता और रूका हुआ मानदेय देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने के बाद ही सर्वे का कार्य किया जाएगा.
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आशा कार्यकत्रियों ने बताया कि वे लोग 24 घंटे काम करते हैं. आशा वर्कर्स को तकरीबन ₹25000 वेतन मिलना चाहिए. जिले भर की कार्यकत्रियों ने इन्हीं मांगों को लेकर जिलाधिकारी के नाम कलेक्ट्रेट में मौजूद रजिस्टार को ज्ञापन सौंपा.