रुड़की: नैनीताल हाई कोर्ट के आदेश के बाद हरिद्वार स्टोन क्रशरों पर खनन की जांच करने पहुंची एंटी माइनिंग टीम को खनन कारोबारियों के विरोध का सामना करना पड़ा. साथ ही जांच को गलत तरीके से करने का आरोप भी लगाया. खनन कारोबारियों का आरोप है कि जांच टीम बाहरी प्रदेश के खनन कारोबारियों से मिलकर हरिद्वार के खनन कारोबारियों का काम खत्म करना चाहती है, जिसको लेकर वह एक ज्ञापन उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को भेजकर अवगत कराएंगे.
बता दें कि खनन कारोबारियों ने जांच टीम पर आरोप लगाते हुए कहा कि टीम जिन गड्ढों की जांच टीम कर रही है, उनकी कई-कई बार जांच हो चुकी है. उनका जुर्माना भी भरा जा चुका है. खनन कारोबारियों ने ये भी आरोप लगाया कि जांच टीम के द्वारा सही रिपोर्ट नहीं भेजी जा रही है, जिसके चलते स्थानीय खनन कारोबारी भुखमरी की कगार पर आ चुके हैं. इसलिए वो पूरे प्रकरण की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे.
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वहीं, भगवानपुर एसडीएम संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर जांच की जा रही है. जिसकी रिपोर्ट तीन दिन में न्यायालय में पेश की जाएगी. साथ ही कहा है कि अगर स्टोन क्रशर मालिक मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे तो वो निश्चित ही मुख्यमंत्री तक ज्ञापन पहुंचाने का काम किया जाएगा.