हरिद्वारः कुंभ के दौरान विशेष महत्व रखने वाली पेशवाई लोगों के आकर्षण का केंद्र रहती है. आज निरंजनी अखाड़ा के रूप में महाकुंभ की पहली पेशवाई निकाली गई. पेशवाई ने हरिद्वार के एसएम जैन पीजी कॉलेज से निकलकर शहर भ्रमण करते हुए निरंजनी अखाड़े में प्रवेश किया.
निरंजनी अखाड़े से निकलने वाली पेशवाई के संबंध में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने बताया कि निरंजनी अखाड़े की पेशवाई बहुत ही भव्य रही. जिसे देखने के लिए शहर भर के लोग बाहर निकले. उन्होंने बताया कि अखाड़े की पेशवाई की लंबाई करीबन 3 किलोमीटर तक रही. जिसमें 1000 के लगभग नागा संन्यासी सम्मिलित हुए. साथ ही अखाड़े के 50 से अधिक महामंडलेश्वर इस पेशवाई में मौजूद रहै. पूरी पेशवाई के दौरान कोविड नियमों का खास तरह से ध्यान रखा गया.
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नरेंद्र गिरी ने बताया कि पेशवाई अखाड़े के लिए विशेष महत्व रखती है. जिसमें अखाड़ा अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने के साथ-साथ अपने धनबल का भी प्रदर्शन करता है. उन्होंने बताया कि पेशवाई कुंभ के दौरान विशेष महत्व रखती है और कुंभ की पहचान मानी जाती है.