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हरिद्वार में दो दशक बाद बदला मतगणना स्थल, ओपन ग्राउंड में होगी EVM से काउंटिंग

दो दशक बाद इस बार हरिद्वार में मतगणना स्थल को बदला गया है. इस बार मतगणना भेल सेक्टर एक स्थित स्कूल में की जाएगी. बड़ी बात यह है कि इस बार मतगणना का काम भवन के अंदर नहीं, बल्कि खुले में किया जाएगा.

counting place Changed in Haridwar
हरिद्वार के मतगणना स्थल में बदलाव
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Published : Feb 16, 2022, 3:39 PM IST

हरिद्वार: जिला निर्वाचन अधिकारी हरिद्वार ने इस बार सकुशल मतगणना संपन्न कराने, प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की परेशानी को कम करने के लिए दो दशक बाद मतगणना स्थल में बदलाव किया है. अब तक रोशनाबाद कलेक्ट्रेट में होने वाली मतगणना को इस बार भेल सेक्टर एक स्थित स्कूल में किया जाएगा. जिसकी तमाम तयारियां जोर-शोर से हो रही हैं. बड़ी बात यह है की इस बार मतगणना का काम भवन के अंदर नहीं, बल्कि खुले में किया जाएगा. जिसके लिए ग्यारह अलग अलग पंडाल लगाए जा रहे हैं.

जिला प्रशासन के लिए जितना बड़ा काम मतदान को सकुशल संपन्न कराना होता है, उससे बड़ी जिम्मेदारी मतगणना कार्य को सकुशल और निर्विघ्न संपन्न कराना होता है. प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के साथ मतगणना ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने दो दशक बाद इस बार मतगणना स्थल में परिवर्तन करने का काम किया है. रोशनाबाद कलेक्ट्रेट एक तो शहर से काफी दूर था. दूसरा यहां पर जिस भवन में मतगणना का कार्य होता था, वह जगह काफी छोटी थी.

हरिद्वार में दो दशक बाद बदला मतगणना स्थल

वहीं, रोशनाबाद पहुंचने वाले समर्थकों के भोजन आदि की भी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं हो पाती थी. इस कारण इस बार हर सुविधाओं से लैस भेल में मतगणना का निर्णय लिया गया है. यहां के सेक्टर एक स्थित शिवडेल स्कूल को मतगणना के लिए तैयार किया जा रहा है.

ये भी पढें: हरीश रावत का सीधा ऐलान, उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनूंगा नहीं तो घर बैठूंगा

क्या होगी व्यवस्था: इस बार किसी भवन के अंदर नहीं, बल्कि खुले मैदान में लगाए गए ग्यारह तंबुओं में ईवीएम से मतों की काउंटिंग की जाएगी. स्कूल के मैदान के जहां एक बड़े हिस्से में यह तंबू लगाए जा रहे हैं, वहीं समर्थकों को काउंटिंग स्थल से दूर रखने के लिए बैरियर भी लगाए गए हैं.

लगाए जा रहे बैरियर: काउंटिंग स्थल सेक्टर एक के बीचोंबीच स्थित है. यही कारण है की हर तरफ से यहां रास्ता पहुंचता है. प्रशासन उस दिन इन सभी रास्तों को बंद रखेगा. इसके लिए जगह-जगह बैरियर लगाए जाएंगे, जहां पुलिस को मुस्तैद किया जाएगा.

वाहनों को दूर खड़े करने की व्यवस्था: मतगणना स्थल तक वाहनों को लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. आने वाले तमाम वाहनों को खड़े करने की व्यवस्था रामलीला ग्राउंड में की गई है.

मिल सकेगा भोजन: प्रत्याशियों के साथ आए लोगों को इस बार मतगणना के समय खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं होगी. मतगणना स्थल के करीब जहां एक ओर बड़ा शॉपिंग सेंटर है, तो दूसरी ओर छोटा शॉपिंग सेंटर है, जहां लोग खाना आदि खा सकते हैं.

सीसीटीवी से रहेगी नजर: कोई प्रत्याशी किसी तरह का आक्षेप न लगाए, इसके लिए पूरे मतगणना स्थल को चुनाव के बाद से ही सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है. इसके लिए एक बड़ी स्क्रीन भी लगायी गयी है, ताकि जो जब चाहे आकर स्थिति को देख सके.

स्कूल में ही बनाया गया स्ट्रॉन्ग रूम: मतगणना स्थल के भीतर स्कूल में ही स्ट्रॉन्ग रूम के साथ बैलेट वोट रखने के लिए भी स्ट्रॉन्ग रूम बनाया गया है, जिसमें सीसीटीवी की पूरी व्यवस्था की गई है.

नहीं होगी क्षेत्रवासियों को परेशानी: मतगणना स्थल के आसपास काफी संख्या में भेल कर्मियों के आवास हैं. इन लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखा गया है. आसपास रहने वाले लोगों को उनके घरों तक जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों को खुला रखा जाएगा.

क्या कहते हैं अधिकारी: जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम विनय शंकर पांडे ने कहा इस बार की व्यवस्थाएं काफी अलग हैं. इस बात का अभी से ध्यान रखा जा रहा है. काउंटिंग पूरी होने के बाद किसी को किसी तरह का आरोप लगाने का मौका न मिले. शहर के बीच में मतगणना स्थल रखने से ना तो किसी को आने में दिक्कत होगी और न ही खाने-पीने में. हमारा पूरा प्रयास है कि मतगणना का कार्य पूरी निष्पक्षता एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो.

हरिद्वार: जिला निर्वाचन अधिकारी हरिद्वार ने इस बार सकुशल मतगणना संपन्न कराने, प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की परेशानी को कम करने के लिए दो दशक बाद मतगणना स्थल में बदलाव किया है. अब तक रोशनाबाद कलेक्ट्रेट में होने वाली मतगणना को इस बार भेल सेक्टर एक स्थित स्कूल में किया जाएगा. जिसकी तमाम तयारियां जोर-शोर से हो रही हैं. बड़ी बात यह है की इस बार मतगणना का काम भवन के अंदर नहीं, बल्कि खुले में किया जाएगा. जिसके लिए ग्यारह अलग अलग पंडाल लगाए जा रहे हैं.

जिला प्रशासन के लिए जितना बड़ा काम मतदान को सकुशल संपन्न कराना होता है, उससे बड़ी जिम्मेदारी मतगणना कार्य को सकुशल और निर्विघ्न संपन्न कराना होता है. प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के साथ मतगणना ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने दो दशक बाद इस बार मतगणना स्थल में परिवर्तन करने का काम किया है. रोशनाबाद कलेक्ट्रेट एक तो शहर से काफी दूर था. दूसरा यहां पर जिस भवन में मतगणना का कार्य होता था, वह जगह काफी छोटी थी.

हरिद्वार में दो दशक बाद बदला मतगणना स्थल

वहीं, रोशनाबाद पहुंचने वाले समर्थकों के भोजन आदि की भी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं हो पाती थी. इस कारण इस बार हर सुविधाओं से लैस भेल में मतगणना का निर्णय लिया गया है. यहां के सेक्टर एक स्थित शिवडेल स्कूल को मतगणना के लिए तैयार किया जा रहा है.

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क्या होगी व्यवस्था: इस बार किसी भवन के अंदर नहीं, बल्कि खुले मैदान में लगाए गए ग्यारह तंबुओं में ईवीएम से मतों की काउंटिंग की जाएगी. स्कूल के मैदान के जहां एक बड़े हिस्से में यह तंबू लगाए जा रहे हैं, वहीं समर्थकों को काउंटिंग स्थल से दूर रखने के लिए बैरियर भी लगाए गए हैं.

लगाए जा रहे बैरियर: काउंटिंग स्थल सेक्टर एक के बीचोंबीच स्थित है. यही कारण है की हर तरफ से यहां रास्ता पहुंचता है. प्रशासन उस दिन इन सभी रास्तों को बंद रखेगा. इसके लिए जगह-जगह बैरियर लगाए जाएंगे, जहां पुलिस को मुस्तैद किया जाएगा.

वाहनों को दूर खड़े करने की व्यवस्था: मतगणना स्थल तक वाहनों को लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. आने वाले तमाम वाहनों को खड़े करने की व्यवस्था रामलीला ग्राउंड में की गई है.

मिल सकेगा भोजन: प्रत्याशियों के साथ आए लोगों को इस बार मतगणना के समय खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं होगी. मतगणना स्थल के करीब जहां एक ओर बड़ा शॉपिंग सेंटर है, तो दूसरी ओर छोटा शॉपिंग सेंटर है, जहां लोग खाना आदि खा सकते हैं.

सीसीटीवी से रहेगी नजर: कोई प्रत्याशी किसी तरह का आक्षेप न लगाए, इसके लिए पूरे मतगणना स्थल को चुनाव के बाद से ही सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है. इसके लिए एक बड़ी स्क्रीन भी लगायी गयी है, ताकि जो जब चाहे आकर स्थिति को देख सके.

स्कूल में ही बनाया गया स्ट्रॉन्ग रूम: मतगणना स्थल के भीतर स्कूल में ही स्ट्रॉन्ग रूम के साथ बैलेट वोट रखने के लिए भी स्ट्रॉन्ग रूम बनाया गया है, जिसमें सीसीटीवी की पूरी व्यवस्था की गई है.

नहीं होगी क्षेत्रवासियों को परेशानी: मतगणना स्थल के आसपास काफी संख्या में भेल कर्मियों के आवास हैं. इन लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखा गया है. आसपास रहने वाले लोगों को उनके घरों तक जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों को खुला रखा जाएगा.

क्या कहते हैं अधिकारी: जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम विनय शंकर पांडे ने कहा इस बार की व्यवस्थाएं काफी अलग हैं. इस बात का अभी से ध्यान रखा जा रहा है. काउंटिंग पूरी होने के बाद किसी को किसी तरह का आरोप लगाने का मौका न मिले. शहर के बीच में मतगणना स्थल रखने से ना तो किसी को आने में दिक्कत होगी और न ही खाने-पीने में. हमारा पूरा प्रयास है कि मतगणना का कार्य पूरी निष्पक्षता एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो.

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