हरिद्वार: नशे में धुत होकर ट्रक चालक पर चेकिंग करने के नाम पर रौब दिखाना कृषि विभाग के तीन कर्मचारियों को भारी पड़ गया. तीनों कर्मचारियों की मौके पर ही जमकर पिटाई हुई. फिर तीनों पर पुलिसिया कार्रवाई भी की गई. पुलिस ने तीनों आरोपियों की खिलाफ चालान की कार्रवाई की है.
बहादराबाद थाना पुलिस के मुताबिक बुधवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि कृषि कार्यालय बंगला के पास कार सवार 3 लोगों को ट्रक चालक और स्थानीय लोगों ने जमकर पीटा है. तीनों लोग फर्जी अधिकारी बन ट्रक में लाए जा रहे माल को लूट रहे थे. पुलिस को बताया गया कि तीनों खुद को पंचायत चुनाव में लगे अधिकारी बता रहे हैं और शराब के नशे में धुत हैं.
इस सूचना के आधार पर बहादराबाद थाना अध्यक्ष नितेश शर्मा (Nitesh Sharma) पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सरेराह पीट रहे तीनों लोगों को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया. पूछताछ करने पर पता चला कि तीनों वास्तव में कृषि विभाग के कर्मचारी हैं. भीड़ ने जिन लोगों की धुनाई की उसमें कृषि अधिकारी संदीप तोमर, सहायक विनीश और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी त्रिलोकचंद शामिल थे. लोगों के बवाल के बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया और थाने ले जाकर शांति भंग में चालान कर दिया गया.
यह था मामला: एक साथी कर्मचारी की रिटायरमेंट पार्टी से देर रात वापस लौट रहे कृषि अधिकारी सहित तीनों कर्मचारी नशे में धुत थे. लंढौरा से वापस लौटते समय जब उन्होंने बहादराबाद स्थित टोल बैरियर पार किया, तो एक ट्रक को साइड देने को लेकर इनमें कुछ कहासुनी हुई. इसके बाद कार सवार तीनों लोगों ने ट्रक को कृषि कार्यालय के पास रोक लिया और ट्रक से उतार ट्रक चालक की जमकर धुनाई कर दी.
विदेश जा रहा था माल: जिस ट्रक को कृषि विभाग के इस अधिकारी ने शराब के नशे में रोका, उस ट्रक में लाखों रुपए कीमत का सामान था. यह सामान दिल्ली एयरपोर्ट से यूनाइटेड किंगडम जाना था. गुरुवार दोपहर की फ्लाइट थी, जिस कारण इस माल को सुबह 6:00 बजे तक एयरपोर्ट पर एंट्री करानी थी. लेकिन अब यह माल विदेश नहीं जा पाएगा.
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अभी जिला पंचायत चुनाव की घोषणा ही हुई है. इन अधिकारियों ने अभी से वाहनों की चेकिंग भी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि ट्रक में लाखों रुपए का परफ्यूम बाहर भेजा जा रहा था. गाड़ी को खुलवा इन लोगों ने कुछ परफ्यूम के कार्टून भी नीचे उतरवा लिए, जबकि अभी जिलाधिकारी की ओर से किसी तरह की जांच के कोई आदेश ही जारी नहीं हुए हैं. आरोप है कि ना तो इन्होंने कागजों को चेक किया और ना ही ट्रक चालक की बात सुनी. बस पहले जमकर मारपीट की. फिर उसका ट्रक खुलवा कर सामान नीचे उतरवाना शुरू कर दिया.
क्या कहते हैं पीड़ित: ट्रक चालक संजीत कुमार का कहना है कि पुलिस चौकी से थोड़ा आगे कार्यालय के पास आरोपियों ने उसकी गाड़ी को रोका और उसके साथ गाली गलौज की. उन्होंने उसे नीचे उतार दिया. नीचे उतारकर ट्रक चेक कराने की बात कही. वे खुद को सरकारी अधिकारी बता रहे थे. उसके बाद गाड़ी को खुलवाया. उसमें रखी दो पेटियों को उतार लिया. जिसमें से एक को खोल कर चेक किया गया, जबकि दूसरी पेटी स्कूटर पर आए एक व्यक्ति को सौंप दी गई.
मोहित ट्रांसपोर्टर के भूपेंद्र कुमार ने बताया कि हमारे ड्राइवर ने हमें सूचना दी कि गाड़ी से माल उतारा गया है. हमने जब माल उतारने वाले से बात की, तो उसने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर सैंपल का माल उतारने की बात कही. हमने इस बात का विरोध किया कि ऐसा तो कहीं पर नहीं होता. जिसके बाद दोबारा फोन आया कि यह ट्रक को पकड़ कर थाने ले जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हम थाने पहुंचे तो पता लगा कि इन्होंने एक बॉक्स गाड़ी से उतार लिया है. यह तीन लोग थे और उन्होंने गाड़ी से एक बॉक्स उतार लिया है. फोन पर आरोपियों ने बताया कि पंचायत चुनाव में उनकी गाड़ियां चेक करने की ड्यूटी लगी है. इस संबंध में हमने बहादराबाद थाना पुलिस को तहरीर दी है. यह ट्रांसपोर्ट का माल था और इसे विदेश जाना था लेकिन अब यह माल सब बेकार हो गया.