हरिद्वार: एलोपैथी बनाम आयुर्वेद को लेकर चल रही बहस में अब बाबा रामदेव के सहयोगी और पतंजलि आयुर्वेद के चेयरमैन आचार्य बालकृष्ण भी उतर गए हैं. उन्होंने बाबा रामदेव का समर्थन किया है. आचार्य बालकृष्ण ने रामदेव को सही ठहराते हुए कहा कि कोरोनिल की सफलता से एलोपैथिक डॉक्टर बौखलाए हुए हैं. इसी बौखलाहट में आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) देश मे जानबूझकर विवाद खड़ा कर रही है. वहीं हरिद्वार के सीएमओ ने बाबा रामदेव के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने उन्हें कोई आदेश दिया तो कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें कि इन दिनों योग गुरु बाबा रामदेव का दो मिनट 19 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में उन्होंने एलोपैथिक दवाओं पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं. बाबा ने यहां तक कहा था कि लाखों कोरोना मरीजों की मौत एलौपथी दवा खाने से हुई है. रामदेव के इस बयान का आईएमए ने विरोध किया था. आईएमए ने बाबा रामदेव से सार्वजनिक मंच पर माफी मांगने के लिए कहा था.
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वहीं अब इस विवाद में आचार्य बालकृष्ण का बयान भी आया है. आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि बाबा रामदेव ने केवल एक मैसेज को पढ़कर सुनाते हुए केवल इतना कहा था कि ऐलोपैथी से खुद डॉक्टरों को भी पीड़ा हो रही है. बाबा ने इस पर पीड़ा व्यक्त की थी, उनके इस बयान पर इस तरह से बबाल खड़ा कर देना ठीक नहीं है. आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि ऐलोपैथी के डॉक्टरों को आयुर्वेद का उपहास उड़ाना ठीक नहीं है.
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हरिद्वार के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी शंभूनाथ झा ने भी बाबा रामदेव के उस बयान को भी गलत बताया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी कई डॉक्टरों की मौत हो गई. मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी झा ने कहा कि बाबा रामदेव जो दावा किया है, वो बिल्कुल गलत है. कोरोना की वैक्सीन लगने से मौत नहीं हो रही है. भारत सरकार भी इस मामले को देख रही है, जरूरत पड़ी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने इस तरह के बयान देने वाले को सिरफिरा तक बता डाला.