हरिद्वार: गंगा को स्कैप चैनल बताने वाले शासनादेश को लेकर राजनीति तेज हो गई है. इस शासनादेश को रद्द कराने के लिए आम आदमी पार्टी की ओर से फोन कॉल कर सर्वे कराया जा रहा है. इस सर्वे के लिए आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को नोटिस भी मिल चुका है. जिसके कारण आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सरकार को घेरने की तैयारी में लगे हैं.
नोटिस के विरोध में 16 अक्टूबर को आम आदमी पार्टी उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभाओं में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी. हरिद्वार में आम आदमी पार्टी की जिला अध्यक्ष हेमा भंडारी ने प्रेस वार्ता कर आरोप लगाया कि स्कैप चैनल को लेकर जो आंदोलन चलाया गया है भाजपा सरकार उससे बौखला गई है. इस बौखलाहट में सरकार ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को नोटिस जारी किया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि शासनादेश रद्द नहीं होने तक उनका ये विरोध जारी रहेगा.
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हेमा भण्डारी ने कहा जब आम आदमी कार्यकर्ता, तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोग मां गंगा के सम्मान के लिए उतरे तो भाजपा सरकार मां गंगा के सम्मान को नकारने का काम करने लगी है. जिसके कारण आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और अध्यक्ष को सरकार ने नोटिस भेज दिया है. ये नोटिस इनकी हिन्दू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है.
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उन्होंने कहा जो भी मां गंगा के सम्मान के लिये लड़ेगा उसे परेशान करना भाजपा की हिन्दू विरोधी संकीर्ण विचारधारा को दिखाता है.आम आदमी पार्टी का कहना है कि मां गंगा के अस्तित्व के लिए लड़ना हमारा नैतिक कर्तव्य भी है और राजनैतिक धर्म भी. मां गंगा के सम्मान की रक्षा के लिये आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरेगी तो त्रिवेंद्र सरकार तानाशाह होकर किसी भी हद तक जा सकती है.