हरिद्वारः तीर्थ पुरोहितों समाज के धरने को आम आदमी पार्टी ने अपना समर्थन दिया है. साथ ही स्कैप चैनल अध्यादेश को रद्द करने की मांग की है. इस दौरान आप जिला अध्यक्ष हेमा भंडारी ने स्कैप चैनल को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के कथनी-करनी में कोई फर्क नहीं है.
आप जिला अध्यक्ष हेमा भंडारी कहा कि पूर्व की हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में इस अध्यादेश को लाया गया था. जिससे करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था पर गहरी चोट पहुंची थी, तब विपक्ष में बैठी बीजेपी सरकार ने इस अध्यादेश का विरोध किया था. लेकिन आज जब हरीश रावत अपने पूर्व के निर्णय पर माफीनामा लिखकर अखाड़ा परिषद को दे रहे हैं तो बीजेपी पूरी तरह मौन है. अखाड़ा परिषद और गंगा सभा भी इस मामले को लेकर चुप है, लेकिन आम आदमी पार्टी पूरी तरह से तीर्थ पुरोहितों की इस मांग का समर्थन करती है.
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बता दें कि तीर्थ पुरोहित हरकी पैड़ी पर बह रही गंगा की जलधारा को स्क्रैप चैनल घोषित करने के विरोध में राज्य सरकार के खिलाफ बीते 6 दिनों से धरना दे रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों के समर्थन में अब कई संस्थाएं और लोग आ रहे हैं. दरअसल, उत्तराखंड में पिछली कांग्रेस सरकार ने हरकी पैड़ी पर बहने वाली जलधारा को स्कैप चैनल घोषित कर दिया था और बीजेपी सरकार ने कांग्रेस के इसी फैसले को चुनावों में मुद्दा बनाया था.
बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसके लिए गंगा सभा और संतों से माफी भी मांगी थी. जिसके बाद सीएम त्रिवेंद्र ने इस संबंध में जल्द ही शासनादेश जारी करने का आश्वासन दिया था. लेकिन आज तक राज्य सरकार हरकी पैड़ी पर बहने वाली जलधारा को गंगा घोषित नहीं कर पाई. जिसके विरोध में तीर्थ पुरोहित बीते 6 दिनों से धरने पर हैं.