हरिद्वारः उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आठवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शिरकत की. जहां पर उन्होंने छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी. इस दौरान सत्र 2017-18 और 2018-19 के करीब साढे़ पांच हजार छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गई. जिसमें से 32 छात्रों को स्वर्ण पदक दिए गए.
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि संस्कृत देववाणी और भारत की प्राचीनतम भाषा है. संस्कृत को उत्तराखंड में द्वितीय भाषा का दर्जा भी प्राप्त है. ऐसे में सभी छात्र-छात्राओं से अपेक्षा है कि वे संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार कर उसे और समृद्ध बनाएंगे. समारोह में छात्रों को उपाधि देते हुए उन्होंने कहा कि छात्र संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे.
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वहीं, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति देवी प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि विवि में आठवां दीक्षांत कार्यक्रम आयोजित किया गया है. जिसमें कई छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई है. उन्होंने कहा कि संस्कृत हमारी प्राचीन परंपरा है. जिसे संरक्षित करने की जरुरत है. वहीं, उन्होंने छात्रों को समाज में अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया.