हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में अगले साल आयोजित होने वाले महांकुभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं पर विशेष जोर दिया जा रहा है. हालांकि, अभीतक उत्तराखंड सरकार की तरफ से हरिद्वार महाकुंभ को लेकर अधिसूचना जारी नहीं की गई है, लेकिन शासन-प्रशासन और पुलिस महाकुंभ की अंतिम तैयारियों में जुटा हुआ है.
इस बार कुंभ कितने दिनों का होगा इसको लेकर तो अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन कुंभ मेले के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी हरिद्वार पहुंच चुका है. इसके अलावा पुलिस-प्रशासन आगामी जनवरी माह में पड़ने वाले मकर संक्रांति स्नान तैयारियों में लगा हुआ है. क्योंकि, मकर संक्रांति बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं हरिद्वार पहुंचेंगे. कोरोना काल में इस भीड़ से निपटना भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. ऐसे हालात में कोरोना गाइडलाइन का पालन कराना कम मुश्किल नहीं है.
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कुंभ आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि भारत सरकार की तरफ से महाकुंभ के लिए 40 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स मिल चुकी है, जो एक जनवरी से अलग-अलग चरणों में हरिद्वार पहुंचेंगी. इसके अलावा नए स्तर पर एसपी रैंक के अधिकारी भी मिले है. 18 राजपत्रित अधिकारी भी मिल चुके है. अलग-अलग रैंक के 1000 पुलिस कर्मी भी हरिद्वार कुंभ के सफल आयोजन के लिए आ चुके हैं. फिलहाल, सुरक्षा बलों को टेंट में ना रखकर निजी आवास में रखा गया है. समय-समय पर और भी सुरक्षा बल हरिद्वार में आएंगें.
आईजी कुंभ ने की बैठक
हरिद्वार कुंभ को लेकर मंगलवार को मेला नियंत्रण भवन में आईजी कुंभ गुंज्याल ने विभिगन संगठनों के साथ बैठक की. बैठक में ऑटो, विक्रम और ई-रिक्शा एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद थे. इस दौरान आईजी कुंभ गुंज्याल ने सभी से कुंभ मेले का सफल बनाने के लिए सुझाव लिए. ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े. क्योंकि इस दौरान ट्रैफिक को काबू करना पुलिस के एक बड़ी चुनौती होगी.
आईजी कुंभ गुंज्याल ने कहा कि ई-रिक्शा के चार्जिंग प्वाइंट्स भी कुम्भ के दौरान निर्धारित किये गए हैं. अलग रास्तों के अनुसार वाहनों को कुम्भ के दौरान निर्धारित किया जाएगा. भीड़ वाले क्षेत्रों में वाहनों को प्रतिबंधित किया है.
मेलाधिकारी दीपक रावत ने किया निरीक्षण
हरिद्वार महाकुंभ की भव्य बनने के लिए पूरे शहर को सवारा जा रहा है. दीवारों पर उत्तराखंड की संस्कृति और महाकुंभ का इतिहास की पेंटिंग उकेरी जा रही है. जिसका मंगलवार को मेलाधिकारी दीपक रावत निरीक्षण किया है. इस कामों से मेलाधिकारी रावत संतुष्ट नजर आए.
इस बारे में मेलाधिकारी रावत ने कहा कि हरिद्वार में गंगा घाटों के साथ सार्वजनिक इमारतों, दीवारों और पुलों पर पेंटिंग की जा रही है. इसमें उत्तराखंड संस्कृति के साथ यहां मठ-मंदिरों और रामायण व महाभारत के विषयों को भी शामिल किया गया है. ये पेंटिंग सांधु-संतों साथ हरिद्वार कुंभ मे आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करेंगी.