हरिद्वार: पुलिस अधीक्षक अपराध के नाम से ट्विटर पर फर्जी अकाउंट बनाकर जनता से धोखाधड़ी करने वाले 3 शातिर आरोपियों को कोतवाली रानीपुर पुलिस ने 24 घंटों के भीतर ही ढूंढ निकाला. आरोपी मूल रूप से बिजनौर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पकड़े गए सभी आरोपियों का चालान कर अब पुलिस उन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही है.
बता दें हरिद्वार में एसपी क्राइम के पद पर तैनात हिमांशु वर्मा (Himanshu Verma Haridwar SP Crime) की कुछ साइबर ठगों ने ट्विटर पर फर्जी आईडी बनाकर उनकी फोटो लगाकर उसमें एसएचओ लिख कई लोगों से पैसे ऐंठे. इस बात का पता चलते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. एसपी क्राइम की ओर से कोतवाली रानीपुर पुलिस को तहरीर दी गई. जिसमें बताया गया कि उनके ट्विटर हैंडल पर किसी युवक ने सूचना दी कि उनकी फोटो लगाकर कोई टि्वटर हैंडल चला रहा है. जिससे वह लोगों से पैसे की मांग कर रहा है.
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तहरीर मिलते ही कोतवाली रानीपुर पुलिस ने सीआईयू के साथ मिलकर आरोपियों की तलाश शुरू की. पुलिस ने कुछ ही घंटों में आरोपियों को धर दबोचा. कोतवाली रानीपुर इंचार्ज रमेश तनवार ने बताया सीआईयू इंचार्ज नरेंद्र बिष्ट की टीम के साथ पुलिस ने नगीना बिजनौर उत्तर प्रदेश से 3 आरोपियों को धर दबोचा.
पूछताछ में इन लोगों ने अपने नाम नावेद सलीम पुत्र नईम अहमद, निवासी मोहल्ला पंजाबीयान थाना नगीना जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश, विकास कुमार पुत्र सर्वेश जोशी निवासी विश्नोई सराय थाना नगीना जनपद बिजनौर उत्तर प्रदेश और अंशित विश्नोई पुत्र प्रणय सिंह विश्नोई निवासी विश्नोई सराय थाना नगीना जनपद बिजनौर उत्तर प्रदेश बताया. पूछताछ में पता लगा है कि उन्होंने कई और लोगों के साथ भी इस तरह के फर्जीवाड़े किए हैं. अब पकड़े गए सभी आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा.