रामनगर: बाघ पकड़ने की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने आज अपना प्रदर्शन जारी रखा. इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने संबंधित विभाग से फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग उठाई है. वहीं, ग्रामीणों ने भी सीटीआर निदेशक साकेत बडोला, उपनिदेशक राहुल मिश्रा और रेंजर भानु प्रकाश हरबोला के खिलाफ पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
बता दें कि ग्राम सांवल्दे क्षेत्र में बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीण पिछले तीन दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में ग्रामीणों द्वारा 2 दिन तक लगातार कॉर्बेट नेशनल पार्क के झिरना एवं ढेला जोन में भ्रमण पर जाने वाले पर्यटकों के जिप्सी वाहनों को रोकने के लिए सांवल्दे वन चौकी पर प्रदर्शन करते हुए मुख्य सड़क को जाम किया गया था.
इसके बाद बीते शनिवार को इस मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा रेंज अधिकारी भानु प्रकाश हरबोला की तहरीर पर 5 ग्रामीणों को नामजद करते हुए 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. ट्रेंकुलाइज करने में ग्रामीणों का दखल ना हो, इसको लेकर कॉर्बेट प्रशासन ने एसडीम से इस क्षेत्र में धारा 144 लागू करने को लेकर पत्र लिखा था. इसके बाद एसडीएम राहुल शाह द्वारा इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई थी.
ग्रामीणों का कहना है कि वह लंबे समय से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी आज तक इसका समाधान नहीं कर पाए. जिससे लगातार बाघ का आतंक गांव में बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग द्वारा ग्रामीणों पर फर्जी केस लगाकर उन्हें डराने का काम किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण इन फर्जी मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह जेल जाने को भी तैयार हैं, लेकिन जब तक मांग पूरी नहीं होगी, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. इस मामले को लेकर शीघ्र एक पंचायत का आयोजन किया जाएगा. जिसमें प्रदर्शन की अग्रिम रणनीति तय की जाएगी.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने बताया कि बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए कर्मचारी द्वारा हाथी और पैदल गश्त की जा रही है. शीघ्र ही इस बाघ को पकड़ लिया जाएगा. उन्होंने ग्रामीणों से सहयोग की अपील भी की है.
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